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Wednesday 1 February 2017 03:13:36 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि डिजिटल रेडियो ने देश में डिजिटल एवं कनेक्टिविटी क्रांति अर्जित करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को आगे बढ़ाने के लिए सरकारी एवं निजी प्रसारकों समेत सभी हितधारकों के लिए एक अनूठा अवसर उपलब्ध कराया है। उन्होंने कहा कि डिजिटल रेडियो प्रौद्योगिकी श्रोताओं को किफायती मूल्य पर उल्लेखनीय रूपसे बेहतर श्रव्य गुणवत्ता एवं सेवा विश्वसनीयता उपलब्ध कराएगा। उन्होंने ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसलटेंट्स इंडिया लिमिटेड के साथ डिजिटल इंडिया मोंडीएल के एक डिजिटल रेडियो गोलमेज सम्मेलन को संबोधित करने के दौरान इसका जिक्र किया। वेंकैया नायडू ने कहा कि वाणिज्यिक दृष्टिकोण से यह प्रणाली श्रोताओं को किफायती मूल्य पर सेवा प्रदान करेगी तथा तकनीकी दृष्टिकोण से डीआरएम की प्रमुख और क्रांतिकारी विशेषता ट्रांसमीशन मोड्स के एक रेंज से चयन करने की इसकी क्षमता होगी।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने इसे और अधिक स्पष्ट करते हुए कहा कि ऑटोमोटिव विनिर्माताओं एवं खुदरा विक्रेताओं के लिए वाहनों में डिजिटल रेडियो प्रणाली समाविष्ट करने का यह एक उपयुक्त समय है, जो उपभोक्ताओं को किफायती मूल्य पर उल्लेखनीय रूपसे बेहतर श्रव्य गुणवत्ता एवं सेवा विश्वसनीयता प्रदान करेगा, यह इस नई डिजिटल प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने और इसे अंगीकार करने में सक्षम बनाएगा। उन्होंने कहा कि डिजिटल रेडियो श्रोताओं, विनिर्माताओं, प्रसारकों एवं नियामकों समेत सभी हितधारकों को लाभ प्रदान करता है। वेंकैया नायडू ने डिजिटल रेडियो प्रौद्योगिकी अपनाने में आकाशवाणी की उपलब्धियों का जिक्र किया कि आकाशवाणी ने रेडियो प्रसारण के डिजिटाइजेशन, जोकि विश्व में आज एक अद्वितीय परियोजना है, के पहले चरण में 37 शक्तिशाली ट्रांसमीटरों के तकनीकी स्थापन एवं उन्नयन का काम पहले ही पूरा कर लिया है, यह डिजिटल ट्रांसमिशनों के लिए बिजली उपभोग में कमी सुनिश्चित करेगा तथा भविष्य में आकाशवाणी तथा करदाताओं की ट्रांसमिशन लागत में उल्लेखनीय रूप से बचत करेगा।
एम वेंकैया नायडू ने कहा कि आकाशवाणी ने अंतर्राष्ट्रीय आईटीयू मानक डिजिटल रेडियो मोंडीएल पर आधारित अपने डिजिटल ट्रांसमीटरों के जरिये खुद को फिर से गढ़ा है। राष्ट्रीय राजमार्गों पर ट्रैफिक परामर्शदात्री सेवाओं की जरूरत पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि आकाशवाणी एफएम ट्रांसमीटरों के जरिए इस सेवा के अगले चरण को आईटीयू मानकों के आधार पर डिजिटाइज करने की जरूरत है, जिससे कि इसकी पूर्ण क्षमता का दोहन किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह सेवा विविध रेडियो कार्यक्रम, विस्तृत एवं मांग के अनुसार विविध भाषाओं में ट्रैफिक एवं यात्रा की सूचना तथा आपातकालीन चेतावनी सेवाएं प्रस्तुत करेगी। उन्होंने कहा कि श्रोताओं के लिहाज से डिजिटल ट्रांसमीशन एक बेहद सुस्पष्ट और एफएम ध्वनि गुणवत्ता से बेहतर सेवा उपलब्ध कराएगा, इसमें संवर्द्धित कार्यक्रम विकल्प, एक साथ कई भाषाओं में इंटरनेट से खबर, खेल, यात्रा एवं मौसम संबंधी जानकारियों तक नि:शुल्क पहुंच की सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी, यह किसी आपदा की स्थिति में लोगों को तत्काल आपातकालीन चेतावनी का प्रसारण करने में भी सक्षम होगा।