स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Wednesday 13 February 2013 07:55:21 AM
नई दिल्ली। विद्युत राज्य मंत्री ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने नेशनल हाइड्रोइलैक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन (एनएचपीसी) की विभिन्न परियोजनाओं के सदस्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि बिजली से संबंधित मुद्दों की प्रतिदिन समीक्षा के लिए विभिन्न संस्थागत निकायों का गठन किया गया है, इनमें ताप, पनबिजली, सौर और अक्षय ऊर्जा आदि के विशेषज्ञ शामिल हैं।
सिंधिया ने कहा कि एनएचपीसी वर्तमान में 17622 मेगावॉट वाली 26 परियोजनाओं पर कार्य कर रहा है, जो विकास के विभिन्न चरणों में है। इसमें से 4227 मेगावॉट की कुल संस्थापित क्षमता वाली 8 परियोजनाओं का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके अतिरिक्त 8801 मेगावॉट वाली 10 परियाजनाएं कार्यांवयन के लिए मंजूरी, सरकारी स्वीकृति मिलने का इंतज़ार कर रही हैं।
एनएचपीसी अपनी विविधता योजना के तहत तीन ताप (थर्मल) परियोजनाएं, एक मध्य प्रदेश में (1320 मेगावॉट रेवा थर्मल परियोजना) तथा दो बिहार की लखीसराय और पीरपैंती में (प्रत्येक 1320 मेगावॉट की परियाजनाएं) शुरू करना चाहता है। यह तीनों परियोजनाएं राज्य सरकारों के साथ कार्यांवित की जाएंगी।
सिंधिया ने बताया कि एनएचपीसी 5 राज्यों के 27 जिलों में राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना कार्यांवित कर रहा है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत एनएचपीसी ने कुल 2901 किलोमीटर की 667 सड़कों का काम पूरा किया है। बैठक में मीना सिंह, कप्तान सिंह, पुतुल कुमारी, कैलाश जोशी और प्रकाश जावड़ेकर उपस्थित हुए। सदस्यों ने 100 दिन में तीन बैठक आयोजित करने तथा सदस्यों के विभिन्न मुद्दों पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए सिंधिया को धन्यवाद दिया।