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दलित कारीगरों का आर्थिक विकास

कपड़ा और सामाजिक न्याय मंत्रालय में करार

देशभर के दलित कारीगरों के लिए योजना

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 20 February 2017 05:58:41 AM

thaawar chand gehlot and smriti irani at the signing ceremony

नई दिल्ली। कपड़ा मंत्रालय और सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने अनुसूचित जातियों के अनुमानित 12 लाख कारीगरों के आर्थिक विकास के लिए और साथ-साथ चलने का समझौता किया है। कपड़ा मंत्रालय के विकास आयुक्‍त (हस्‍तशिल्‍प) और सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के अधीनस्‍थ केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम राष्‍ट्रीय अनुसूचित जाति वित्‍त एवं विकास निगम के बीच आज एक सहमति पत्र पर हस्‍ताक्षर किए गए। इसका उद्देश्‍य देशभर में कार्यरत उन कारीगरों की आमदनी बढ़ाने के लिए मिल-जुलकर काम करना है, जो अनुसूचित जातियों से जुड़ी श्रेणियों के अंतर्गत आते हैं।
केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्‍मृति जुबिन इरानी और केंद्रीय सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत की मौजूदगी में इस एमओयू पर हस्‍ताक्षर किए गए। वस्‍त्र सचिव रश्मि वर्मा और सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्रालय में सचिव लता कृष्‍ण राव इस अवसर पर उपस्थित थीं। एमओयू के तहत विकास आयुक्‍त (हस्‍तशिल्‍प) के कार्यालय और एनएसएफडीसी के बीच निरंतर एवं विस्‍तृत सहयोग सुनिश्चित किया जाएगा, जिसके उद्देश्यों में जागरूकता शिविर लगाकर विभिन्‍न योजनाओं के बारे में प्रचार-प्रसार करके जरूरतों का आकलन करने के साथ-साथ संबंधित कमियों की पहचान करना है। उन चिन्हित क्लस्‍टरों में जरूरत आधारित विस्‍तृत कौशल उन्‍नयन के काम पूरे करना भी एक अन्‍य उद्देश्‍य है, जहां अनुसूचित जातियों के कारीगर बड़ी संख्‍या में मौजूद हैं। अनूठे एवं बाजार अनुकूल डिजाइनों के क्षेत्र में और आधुनिक उपकरणों एवं तकनीकों को अपनाने के लिए इन कारीगरों के कौशल का उन्‍नयन किया जाएगा। एमओयू के तहत घरेलू एवं अंतर्राष्‍ट्रीय विपणन कार्यक्रमों में अनुसूचित जातियों के कारीगरों और उनके उत्‍पादक समूहों की भागीदारी बढ़ाई जाएगी।
कपड़ा मंत्रालय और सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के लाभों को आपस में संयुक्‍त करते हुए अनुसूचित जातियों के कारीगरों को रियायती दरों पर कार्यशील पूंजी से संबंधित ऋण मुहैया कराया जाएगा। एमओयू में इस बात पर भी सहमति जताई गई है कि विकास आयुक्‍त (हस्‍तशिल्‍प) का कार्यालय अपनी विभिन्‍न योजनाओं के लिए परियोजना संबंधी रिपोर्टों को तैयार करने और अनुसूचित जातियों के कारीगरों की जरूरतों को चिन्हित करने के लिए क्षेत्र संबंधी अध्‍ययन कराने के लिए एनएसएफडीसी की सहायता करेगा। विकास आयुक्‍त (हस्‍तशिल्‍प) के कार्यालय के छह क्षेत्रीय कार्यालयों और 52 विपणन एवं सेवा विस्‍तार केंद्रों की सहायता का विस्‍तार करने के अतिरिक्‍त इस तरह की सहायता दी जाएगी। एमओयू पर विकास आयुक्‍त (हस्तशिल्‍प) आलोक कुमार और एनएसएफडीसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक श्‍याम कपूर ने हस्‍ताक्षर किए।

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