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शांतिस्वरूप भटनागर मेमोरियल टूर्नामेंट

राज्यपाल राम नाईक ने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया

सीएसआईआर-सीमैप स्टाफ क्लब का आयोजन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 4 March 2017 06:10:29 AM

shanti swarup bhatnagar memorial tournament

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने सीएसआईआर-सीमैप स्टाफ क्लब के पद्मश्री शांतिस्वरूप भटनागर मेमोरियल टूर्नामेंट के इंडोर फाइनल का उद्घाटन किया। टूर्नामेंट में चेन्नई, गोवा, लखनऊ, कोलकाता, नागपुर, नई दिल्ली सहित अन्य प्रदेशों के लगभग 190 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया। सभी प्रतिभागी सीएसआईआर के कर्मचारी हैं। इस अवसर पर निदेशक सीमैप डॉ एके त्रिपाठी, निदेशक एनबीआरआई प्रोफेसर एस बारीक, निदेशक आईआईटीआर प्रोफेसर धवन और पदाधिकारी उपस्थित थे। राज्यपाल ने स्वर्गीय प्रोफेसर शांतिस्वरूप भटनागर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने देश में विज्ञान के मंदिर बनाने की नींव डाली, विख्यात विज्ञानी के रूप में उनकी सेवाएं देखते हुए उन्हें पद्म सम्मान दिया गया।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि हमारे वैज्ञानिक देश की पूंजी हैं, उनके शोध देश की प्रगति बढ़ाने का काम करते हैं, वैज्ञानिकों के शोध का ही नतीजा है कि कृषि क्षेत्र में क्रांति आई है। उन्होंने कहा कि आजादी के समय हम खाद्यान्न आयात करते थे, मगर आज वैज्ञानिकों एवं किसानों के सहयोग से देश खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर हो गया है, हम अन्न निर्यात करने की स्थिति में हैं। उन्होंने कहा कि शोध संस्थाओं ने देश को आगे बढ़ाने का काम किया है। राम नाईक ने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि सीएसआईआर-सीमैप ने शोध संशोधन के साथ-साथ खेल प्रतियोगिता का भी आयोजन किया।
राज्यपाल ने कहा कि खेल को खेल की भावना के साथ स्वीकार करना चाहिए, खेल में हार-जीत का उतना महत्व नहीं है, जितना उसमें प्रतिभाग करना है, हारने वाली टीम भविष्य में अच्छा प्रदर्शन कर जीतने का प्रयास करे। राज्यपाल ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा कि वे खेल में अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करें। उन्होंने लखनऊ के खान-पान और ऐतिहासिक इमारतों की विशेषता का उल्लेख करते हुए कहा कि लखनऊ की मेजबानी का भी लुत्फ उठाएं। इस अवसर पर आयोजकों ने राज्यपाल को अंग वस्त्र, स्मृति चिन्ह व सुगंधित तुलसी के अनेक प्रजाति के पौधे देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में निदेशक सीमैप डॉ एके त्रिपाठी ने स्वागत उद्बोधन दिया।

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