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Sunday 5 March 2017 01:19:14 PM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी का निर्वाह करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आज पत्र लिखकर कहा है कि वे गायत्री प्रसाद प्रजापति के कैबिनेट में बने रहने के औचित्य पर अपने अभिमत से उन्हें शीघ्रातिशीघ्र अवगत कराएं। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को भेज दिए गए अपने पत्र में कहा है कि उच्च न्यायालय ने उनके कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति पर एक महिला तथा उसकी नाबालिग पुत्री के साथ अपने साथियों सहित सामूहिक दुष्कर्म के आरोप का संज्ञान लेते हुए गैर जमानती वारंट जारी किया है, इस प्रकार के व्यक्ति के कैबिनेट में बने रहने तथा उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से लोकतांत्रिक शुचिता, संवैधानिक मर्यादा और संवैधानिक नैतिकता का गम्भीर प्रश्न उत्पन्न हो गया है।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा है कि मीडिया में आई खबरों के अनुसार फरार चल रहे कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के विदेश भागने की आशंका को देखते हुए गृह मंत्रालय भारत सरकार ने उनके विरूद्ध न केवल लुक आउट नोटिस जारी किया है, अपितु पासपोर्ट प्राधिकारी ने उनका पासपोर्ट भी निलंबित कर दिया है। राज्यपाल ने चिंता प्रकट की है कि गायत्री प्रसाद प्रजापति के राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री जैसे जिम्मेदार पद पर रहते हुए कथित रूप से कारित किया गया इस आशय का अपराध एक नितांत गंभीर प्रकृति की घटना है। गौरतलब है कि इस मामले में राज्यपाल का हस्तक्षेप आवश्यक हो गया है, क्योंकि वह राज्य के संवैधानिक प्रमुख हैं और राज्य सरकार के सीधे संपर्क में हैं।
राज्यपाल ने पत्र में यह भी लिखा है कि समाचार पत्रों व इलेक्ट्रानिक मीडिया के विभिन्न चैनलों से यह भी ज्ञात होता है कि स्वयं मुख्यमंत्री ने भी सार्वजनिक रूप से कहा है कि इस मंत्री और अभियुक्त गायत्री प्रसाद प्रजापति को अविलंब आत्मसमर्पण कर देना चाहिए परंतु जैसा कि ज्ञात होता है कि गायत्री प्रसाद प्रजापति ने अभी तक सक्षम थाने में अथवा अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण नहीं किया है, अपितु वह लगातार फरार चल रहे हैं और उनके विदेश भाग जाने की आशंका जताई जा रही है। राज्यपाल ने कहा है कि समाचार पत्रों में आई खबरों के अनुसार फरार चल रहे इस मंत्री और अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु पुलिस उनके विभिन्न संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है।
उल्लेखनीय है कि अखिलेश यादव मंत्रिपरिषद के सदस्य और कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति अपने विधानसभा क्षेत्र अमेठी में मतदान करने के तुरंत बाद से गायब हैं और पुलिस उनका पता लगाने में नाकाम सिद्ध हो रही है। गायत्री प्रसाद प्रजापति के बारे में राज्य सरकार पर उंगलियां उठ रही है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक इसके लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। कुछ ने तो यहां तक आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री को मालूम है कि गायत्री प्रसाद प्रजापति कहां छिपे हैं और वे देश में ही हैं या पुलिस कार्रवाई के भय से देश के बाहर भेजे जा चुके हैं। हालाकि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी सार्वजनिक रूप से कह चुके हैं कि गायत्री प्रसाद प्रजापति सामने आकर पुलिस को सहयोग करें, किंतु उनका कुछ भी पता ही नहीं है, पुलिस उनकी तलाश में छापेमारी कर रही है, इसीलिए इस मामले में राज्यपाल को हस्तक्षेप करना पड़ रहा है।