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Monday 6 March 2017 12:41:38 AM
नई दिल्ली। भारतीय चुनाव आयोग ने चुनाव वाले सभी पांच राज्यों पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मणिपुर और गोवा के मुख्य चुनाव अधिकारियों को 11 मार्च को मतगणना के लिए पुख्ता इंतजामात करने को कहा है। चुनाव आयोग ने इन पांच राज्यों में होने वाली मतगणना की तैयारी की जानकारी लेने के लिए राज्यों के सीईओज और आरओज के साथ कई दौर की वीडियो कांफ्रेंसिंग की है। संबंधित राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों ने आयोग को मतगणना की तैयारियों की जानकारी देते हुए कहा है कि सभी मतगणना केंद्रों पर निष्पक्ष और पारदर्शी मतगणना कराने के लिए कोई भी प्रयास बाकी नहीं रहने दिया जाएगा। चुनाव आयोग के अनुसार पंजाब में 53, उत्तर प्रदेश में 75, उत्तराखंड में 15, मणिपुर में 12 और गोवा में 2 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। आयोग ने सभी राजनैतिक पार्टियों और उम्मीदवारों से बातचीत और फीडबैक लेने के बाद मतगणना की सुरक्षा के लिए ये अतिरिक्त निर्देश जारी किए हैं, ताकि शांतिपूर्ण तरीके से मतगणना कराई जा सके।
चुनाव आयोग ने सीईओज़ और डीईओज़ से कहा है कि वे उपयुक्त व्यवस्था करें और मतगणना प्रक्रिया को सावधानी पूर्वक संपन्न करें, किसी प्रकार की हड़बड़ी न करें और इसे पुख्ता तरीके से कराएं। आयोग के निर्देश के अनुसार मतगणना के लिए आयोग के सभी निर्देशों को डीईओज़ और आरओज़ सख्ती से पालन करें। प्रत्येक मतगणना केंद्र पर मतगणना एजेंटों और मतगणना कर्मियों को अलग करने और ईवीएम की सुरक्षा आदि के लिए उचित बैरिकेडिंग और कंटीले तारों का घेरा बनाया जाए। प्रत्येक मतगणना केंद्र पर आमतौर पर घटने वाली घटनाओं और मतगणना प्रक्रिया की निगरानी करने के लिए वीडियोग्राफी की व्यवस्था की जाए। स्ट्रांग रूम से मतगणना हॉल तक इस तरह बैरिकेडिंग की जानी चाहिए कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के ईवीएम संबंधित मतगणना हॉल तक पहुंचे और रास्ता आड़ा-तिरछा न हो। प्रत्येक क्षेत्र के मतगणना हॉल के लिए ईवीएम ले जाने वाले कर्मियों की पहचान के लिए रंगीन बैज दिए जा सकते हैं।
चुनाव आयोग के निर्देश के अनुसार सभी मतगणना केंद्रों पर 7 मार्च की रात्रि तक सभी तैयारी पूरी हो जानी चाहिएं। पर्यवेक्षक 8 मार्च को मतगणना केंद्रों का दौरा कर अपनी रिपोर्ट आयोग को देंगे। इस बात को सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि बैरिकेडिंग और अन्य सुरक्षा तैयार करते वक्त स्ट्रांग रूम से संबंधित आयोग के निर्देशों का उल्लंघन न हो। डीईओज़ व्यक्तिगत रूप से व्यवस्था को देखकर सुनिश्चित करेंगे कि ईवीएम की सुरक्षा का उल्लंघन नहीं हुआ है। मतगणना व्यवस्था करने से पहले इन स्थानों के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं, साथ ही उम्मीदवारों को स्ट्रांग रूम का दरवाजा देखने लिए उम्मीदारों के लिए पहले से लगाए गए टीवी के अलावा एक और टीवी लगाया जाना चाहिए। ईवीएम को मतगणना हॉल तक लाने की प्रभावी निगरानी के लिए मतगणना के दिन अतिरिक्त सीसीटीवी लगाए जाएं। सभी मतगणना केंद्रों पर व्यवस्था की गई है या नहीं, इसकी निगरानी व्यक्तिगत रूप से सीईओ करेंगे। मतगणना केंद्र पर प्रत्येक डीईओ इस पूरी योजना को चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के साथ साझा करें। इसके बाद मतगणना का काम शुरू करने के लिए अगर वे चाहेंगे तोसभी उम्मीदवारों या प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा।
आयोग के अधिकारी ने बताया कि मतगणना केंद्रों में आसामाजिक तत्वों के प्रवेश को रोकने तथा कोई हथियार के साथ प्रवेश न कर पाए, इसे सुनिश्चित करने के लिए पूरी व्यवस्था की गई है। निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनाव के दौरान गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में एग्जिट पोल संचालित करने पर रोक लगाने की अवधि को अधिसूचित कर दिया है। चुनाव वाले राज्यों में एग्जिट पोल पर 9 मार्च की शाम 5 बजे तक रोक रहेगी। उत्तर प्रदेश के सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र अलाहपुर और उत्तराखंड के विधानसभा क्षेत्र कर्णप्रयाग में चुनाव लड़ रहे चांद शेखर और कुलदीप सिंह कंवासी के निधन हो जाने से इन दोनों क्षेत्रों में मतदान स्थगित कर दिया था। आयोग ने अब इन विधानसभा क्षेत्रों में 9 मार्च 2017 को मतदान की तारीख तय की है।