स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Thursday 9 March 2017 10:51:52 PM
लखनऊ। इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट फॉर स्पेशल एजुकेशन कल्यानपुर लखनऊ में 8 एवं 9 मार्च को सप्तरंग-2017 के वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। मुख्य अतिथि और सहअध्यक्ष आईआईएसई समूह एवं निदेशक फिल्म संस्थान डॉ सीमा वर्मा ने दीपप्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। गणेश वंदना हुई, जिसपर त्रिज्या ने शानदार नृत्य प्रस्तुति दी। इस अवसर पर संस्थाओं के निदेशक एवं विभिन्न संकायों के विभागाध्यक्ष छात्र-छात्राएं और शिक्षक उपस्थित थे। डॉ सीमा वर्मा ने अपने संबोधन में छात्र-छात्राओं को नारी सशक्तिकरण का महत्व बताया एवं सामाजिक साम्यावस्था में उनके योगदान को सराहा। आईआईएसई समूह की संस्थाओं के सभी छात्र-छात्राओं एवं प्रतिभागियों ने बड़े ही हर्षोल्लास के वातावरण में कार्यक्रम में भाग लिया।
इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट फॉर स्पेशल एजुकेशन कल्यानपुर लखनऊ में प्रथम दिन नारी सशक्तिकरण एवं बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ विषय पर कंप्यूटर संकाय के छात्रों ने नाटक प्रस्तुत किया। प्रथमेश गौड़ का एकल गान और फलक, रानी, साक्षी, अंजलि एवं आकांक्षा ने समूह नृत्य पेश किया। नेहा तिवारी का एकल नृत्य और स्वाति एवं अंजलि का युगल गीत इन प्रस्त्तुतियों में प्रमुख थे, जिनको दर्शकों ने अत्यधिक पसंद किया। होली पर समूह नृत्य, फिलर्स एवं स्किट को भी दर्शकों ने सराहा। सांस्कृतिक कार्यक्रम के दूसरे दिन प्रतिभागियों के रैंप वाक, फ्लावर एवं सलाद डेकोरेशन प्रमुख उत्कृष्ट प्रदर्शन रहे। त्रिज्या बीए जनसंचार एवं अमन सिंह बीएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को क्रमशः मिस्टर और मिस एलिगेंट-2017 की उपाधि प्रदान की गई।
आईआईएसई समूह के अध्यक्ष अपूर्व वर्मा ने उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं प्रतिभागियों से अपने संबोधन में कहा कि किसी भी संस्था के छात्र-छात्राओं के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे आयोजन अत्यंत उत्साह देने वाले होते हैं। उन्होंने इस आयोजन की प्रशंसा की एवं समझाया कि नारी सशक्तिकरण समाज के विकास के लिए बहुत आवश्यक और महत्वपूर्ण है। प्रोफेसर केके मिश्रा निदेशक आईईएसई, बीडी सक्सेना सीएफओ, डॉ आरपी दुबे निदेशक कॉर्पोरेट एवं फिरदौस सिद्दीकी सीएमडी ने इस अवसर पर प्रतिभागियों के कार्यकर्मों को सराहा एवं उनको अपने क्षेत्र में अच्छे से अच्छा करते जाने की प्रेरणा एवं शुभकामनाएं दीं। आईआईएसई के मीडिया सेल के समन्वयक पंकज यादव और सत्येंद्र सिंह ने बताया कि इस वर्ष के सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम नारी सशक्तिकरण पर आधारित और समर्पित थे।