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Sunday 12 March 2017 05:32:59 AM
नई दिल्ली। सऊदी अरब सरकार ने भारत के वार्षिक हज कोटा में जो वृद्धि की है, उसका सभी राज्यों को लाभ हुआ है, क्योंकि 2017 की हज यात्रा के लिए राज्यों के कोटे में भी वृद्धि हुई है। राज्यों का हज कोटा 9 मार्च 2017 को जारी किया गया और हाजियों के चयन की प्रक्रिया लॉटरी के जरिये 14 मार्च से शुरू होगी। सऊदी अरब ने भारत का हज कोटा बढ़ाकर 34,005 कर दिया है। इस संबंध में 11 जनवरी 2017 को ज़ेद्दा में भारत सरकार के अल्पसंख्यक मामलों के स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और सऊदी अरब सम्राज्य के हज तथा उमरा मंत्री डॉ मोहम्मद सालेह बिन ताहेर बेनतेन के बीच द्विपक्षीय वार्षिक हज समझौते पर हस्ताक्षर के दौरान यह निर्णय लिया गया था। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय और भारत की हज कमेटी ने काफी पहले से ही हज 2017 की तैयारियां शुरू कर दी थीं, ताकि अगली हज यात्रा सुचारू और सहज हो। राज्यों का हज कोटा पूरी पारदर्शिता के साथ 2011 की जनगणना के अनुसार राज्यों की आबादी के आधार पर निर्धारित किया गया है।
सऊदी अरब हज यात्रा पर पिछले साल भारत के 21 ठिकानों से लगभग 99,903 हज यात्री ज़ेद्दा गए थे, इसके अतिरिक्त 36 हज़ार हज यात्री निजी टूर आपरेटरों के मार्फत ज़ेद्दा गए थे। इस साल हज के लिए भारत से 1,70,025 हज यात्री ज़ेद्दा जा रहे हैं। इसमें से 1,25,025 हज यात्री भारत की हज समिति के माध्यम से और 45 हजार हज यात्री निजी टूर आपरेटरों के माध्यम से हज करने जाएंगे। हज कोटे में वृद्धि से सभी राज्यों को लाभ हुआ है। गुजरात के लिए हज कोटा वर्ष 2016 में 7044 था जो 2017 में बढ़कर 10877 हो गया है। उत्तर प्रदेश का हज कोटा 21,828 से बढ़कर 29,017 हो गया है। हरियाणा का कोटा पिछले वर्ष के 1011 से बढ़कर 1343, जम्मू कश्मीर का कोटा 6359 से बढ़कर 7960 और कर्नाटक का कोटा पिछले साल के 4477 से बढ़कर 5951 हो गया है। महाराष्ट्र से पिछले वर्ष के 7357 की तुलना में 9780 हज यात्री ज़ेद्दा जाएंगे। तमिलनाडु का कोटा 3189 से बढ़ाकर 2399, पश्चिम बंगाल का कोटा 8905 से बढ़ाकर 9940, तेलंगाना का कोटा 2532 से बढ़ाकर 3367, राजस्थान का कोटा 3525 से बढ़ाकर 4686, मध्य प्रदेश का कोटा 2708 से बढ़ाकर 3599, दिल्ली का कोटा 1224 से बढ़ाकर 1628, आंध्र प्रदेश का कोटा 2052 से बढ़ाकर 2728 और झारखंड का कोटा 2719 से बढ़ाकर 3306 कर दिया गया है।
हज यात्रा के लिए कुल 4,48,268 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें सबसे अधिक 95,236 आवेदन अकेले केरल से प्राप्त हुए हैं। इसके बाद प्राप्त आवेदनों की संख्या क्रमशः इस प्रकार है-महाराष्ट्र 57,246, गुजरात 57,225, उत्तर प्रदेश 51,375, जम्मू और कश्मीर 35,217, मध्य प्रदेश 24,875, कर्नाटक 23,514 और तेलंगाना 20,635 हैं। हज प्रक्रिया को डिजिटल बनाने का मुख्तार अब्बास नक़वी का प्रयास काफी सफल हुआ है। कुल 1,29,196 आवेदन ऑनलाइन किए गए। सबसे अधिक ऑनलाइन आवेदन केरल 34,783 से प्राप्त हुए। इसके बाद क्रमशः महाराष्ट्र से 24,627, उत्तर प्रदेश से 10,215, गुजरात से 10,071, जम्मू और कश्मीर से 8227 और राजस्थान से 8091 ऑनलाइन आवेदन हुए। यह पहला मौका है, जब हज आवेदन प्रक्रिया डिजिटल बनाई गई है। इस साल 2 जनवरी को हज कमेटी ऑफ इंडिया ने मोबाइल एप्प लांच किया था। केंद्र सरकार ने हज 2017 के लिए ऑनलाइन आवेदनों को प्रोत्साहित किया, ताकि लोगों को पारदर्शिता और आराम के साथ हज यात्रा करने का अवसर मिले और पहली बार यह सुविधाजनक अवसर मिलने जा रहा है।