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Tuesday 21 March 2017 12:50:24 AM
लखनऊ। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यह सरकार लोक कल्याण के लिए समर्पित है और बगैर किसी भेदभाव के समाज के सभी वर्गों के लिए कार्य करेगी, इसके लिए शासन-प्रशासन को संवेदनशील और जवाबदेह बनाया जाएगा। शपथ ग्रहण के बाद लोकभवन में अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश को विकास और खुशहाली के रास्ते पर तेजी से आगे ले जाने के लिए प्रभावी प्रयास करेगी, इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रदेश सरकार भारतीय जनता पार्टी के लोक कल्याण संकल्प पत्र-2017 में किए गए वादों को शत-प्रतिशत पूरा करेगी। मुख्यमंत्री ने विकास और सुशासन के लिए जनता के भारी समर्थन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि चुनाव के दौरान किए गए सभी वादों को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विधानसभा चुनाव में अभूतपूर्व बहुमत हासिल करके भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने शपथ ली है और यह दिन उत्तर प्रदेश व देश के लिए ऐतिहासिक महत्व का दिन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने सुशासन के माध्यम से ‘सबका साथ, सबका विकास’ करने का जो संकल्प लिया है, उसका पूरी तरह अनुसरण करते हुए प्रदेश सरकार राज्य की जनता की सेवा करेगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की धरती एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्मभूमि एवं कर्मस्थली रही है, ऐसे महापुरुष के अंत्योदय के स्वप्न को साकार करने के लिए सभी जरूरी निर्णय लिए जाएंगे। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इन 15 वर्ष में उत्तर प्रदेश विकास की दौड़ में काफी पिछड़ गया है, इस अवधि में यहां सत्ता पर काबिज रही सरकारों के भ्रष्टाचार और परिवारवाद के साथ-साथ बदहाल कानून-व्यवस्था ने राज्य तथा यहां की जनता का भारी नुकसान किया है, इसलिए राज्य सरकार आम जनता के कल्याण और उत्थान के लिए अविलंब प्रभावी कार्रवाई शुरू करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भोजन, आवास, सड़क, पेयजल और शौचालय जैसी बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ-साथ कानून व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने के लिए प्रदेश सरकार निरंतर सजग रहेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा के उन्नयन, युवाओं के लिए रोज़गार के अवसरों में वृद्धि, आम जनता को स्वास्थ्य और परिवहन की अच्छी सुविधा प्रदान करने की दिशा में भी ठोस प्रयास करेगी, समाज के गरीब, दलित एवं पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश की आबादी का बड़ा हिस्सा ग्रामीण इलाकों में रहता है और अपनी आजीविका के लिए खेती पर निर्भर है, इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि कृषि ही प्रदेश के विकास का आधार बने, कृषि, किसान तथा खेतिहर मजदूर इन तीनों के विकास के हर स्तर पर प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण और उन्हें समान अवसर देने के लिए हर संभव प्रयास करेगी, महिलाओं की सुरक्षा, सशक्तिकरण और सम्मान के लिए कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखी जाएगी।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों के 15 वर्ष के बदहाल शासन का खामियाजा प्रदेश की युवा पीढ़ी को भुगतना पड़ा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को गुणवत्तापरक शिक्षा सुलभ कराने तथा कौशल विकास के माध्यम से उन्हें रोज़गार के सुगम अवसर दिलाने के लिए भी संवेदनशीलता से कार्य करेगी, सरकारी नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया को भ्रष्टाचार विहीन एवं पारदर्शी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि निवेश को बढ़ावा देते हुए राज्य का संतुलित औद्योगिक विकास किया जाएगा, इससे जहां एक ओर प्रदेश का आर्थिक विकास होगा, वहीं दूसरी ओर हमारे नौजवानों को राज्य में ही रोज़गार के अवसर प्राप्त होंगे। प्रेस कांफ्रेंस में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं डॉ दिनेश शर्मा, कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा, सिद्धार्थनाथ सिंह और प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल, सूचना निदेशक सुधेश ओझा और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।