स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Wednesday 22 March 2017 12:09:34 AM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद योगी आदित्यनाथ जब संसद भवन पहुंचे तो उनका बधाईयों के साथ स्वागत किया गया। योगी आदित्यनाथ ने लोकसभा में सांसद के रूप में वित्त विधेयक पर चर्चा में भाग लिया और अपने सांसद के कार्यकाल में अनुभवों, संकल्पों और संस्मरणों का उल्लेख करते हुए एवं मुख्यमंत्री के रूप में नए उत्तरदायित्व की प्राथमिकताओं पर दृढ़तापूर्वक कार्य करने की वचनबद्धता को प्रकट किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास और सुशासन के सपनों को साकार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में ‘सबका साथ-सबका विकास’ के साथ विकास का एक नया ढांचा देगी, जिसके तहत समाज के सभी वर्गों और राज्य के प्रत्येक नागरिक व क्षेत्र के विकास के लिए कार्य किया जाएगा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब देश का एक उत्कृष्ट राज्य होगा, जो भ्रष्टाचार, दंगों, अराजकता और गुंडागर्दी से मुक्त होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में विकास का एक ऐसा मॉडल दिया जाएगा, जिसमें उत्तर प्रदेश के नौजवानों को पलायन नहीं करना पड़ेगा, माताओं और बहनों की सुरक्षा होगी। योगी आदित्यनाथ का लोकसभा में सांसद के रूप में यह लंबा संबोधन रहा, जो था तो वित्त विधेयक पर चर्चा, मगर इसका इसलिए खास महत्व था, क्योंकि योगी आदित्यनाथ उस समय सदन के सदस्य होने के साथ ही उत्तर प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री के पद पर भी आसीन हो चुके हैं। उनके संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने और उत्तर प्रदेश में उनकी नई पारी का विज़न चल रहा था। वे कुछ खास अंदाज़ में सदन को मुखातिब थे, सदन उनको बड़े गौर और धैर्य से सुन रहा था, इस बार उनको समय दिया गया था कि वो अपने उद्गार प्रकट करें। लोकसभा अध्यक्ष और संसद के दोनों सदनों के सदस्यों, वहां के अधिकारियों, कर्मचारियों के उनके प्रति सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए योगी आदित्यनाथ कभी विनम्र नज़र आए तो कभी दृढ़ प्रतिज्ञ।
योगी आदित्यनाथ ने वित्त विधेयक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सभी वर्गों के लिए विकास कार्यक्रमों की बड़ी श्रंखला को बार-बार सराहते हुए कहा कि पिछले 3 वर्ष में दृढ़ता के साथ देश की विकास दर को आगे बढ़ाकर और एक कल्याणकारी सरकार की स्थापना कर सुशासन स्थापित करने में नरेंद्र मोदी सरकार सफल हुई है। उन्होंने कहा कि इन 3 वर्ष में केंद्र सरकार ने विकास दर को 8.5 प्रतिशत तक ले जाने में सफलता प्राप्त की है। उन्होंने कहा कि जन-धन योजना के माध्यम से देश के अंदर 25 करोड़ गरीब परिवारों के खाते खोलना, देश के गरीबों के प्रति सरकार की सोच का प्रदर्शित करता है। उन्होंने डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, प्रधानमंत्री मुद्रा बैंक योजना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना आदि की चर्चा की। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के माध्यम से देश और दुनिया में भारत एक आदर्श मॉडल के रूप में सबके सामने प्रस्तुत हुआ है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केंद्र सरकार ने ढाई लाख करोड़ रुपए उत्तरप्रदेश को दिए, लेकिन इस दौरान मात्र 78 करोड़ रुपए ही उत्तर प्रदेश पर व्यय हो पाए हैं। उन्होंने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर का फर्टिलाइजर कारखाना 26 वर्ष से बंद था, लेकिन प्रधानमंत्री ने इस कारखाने का कार्य शुरू कराया, इसमें वर्ष 2019 के पहले खाद उत्पादन का कार्य प्रारंभ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के इंसेफ्लाइटिस से प्रभावित जनपदों की पीड़ा को किसी ने नहीं समझा, लेकिन इस सहित चिकित्सा की बुनियादी सुविधाओं को देखते हुए प्रधानमंत्री ने गोरखपुर को एम्स जैसा संस्थान दिया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश का दायित्व उन्हें सौंपा गया है, जिसका वे निर्वहन करने जा रहे हैं। उन्होंने सदन को आश्वासन दिया कि उनकी नई जिम्मेदारी भेदभाव रहित लोककल्याण को समर्पित है। उन्होंने सदन के सदस्यों से उत्तर प्रदेश पधारने का आग्रह किया।