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Thursday 30 March 2017 12:15:48 PM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की नवनिर्वाचित विधानसभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने आज विधानसभा के मंडप में नेता सदन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी और बाकी सभी दलों के नेताओं की अगवानी में विधानसभा अध्यक्ष का आसन ग्रहण किया। विधानसभा में सभी सदस्यों की संरक्षक और सर्वज्ञ और कही जाने वाली पीठ पर विराजमान हुए विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को भाषा विज्ञान, धर्मशास्त्र, नीतिशास्त्र, राजनीति, सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक, और संसदीय मामलों के बड़े जानकार के रूप में एवं इन जैसे और भी तमाम विषयों पर निर्बाधरूप से गुणवत्तायुक्त तथ्यात्मक लेखक और एक पत्रकार भी होने की महान प्रतिष्ठा हांसिल है, इसीलिए उनके विधानसभा के अध्यक्ष पद के आसन पर बैठने पर सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनके शील स्वभाव और उनमें विद्यमान गुणों की खुलकर सराहना की। हृदय नारायण दीक्षित अपने प्रति सदस्यों के सम्मान एवं विश्वास के प्रतिउत्तर में पीठ की गरिमा की रक्षा के प्रति दृढ़ संकल्प व्यक्त किया।
विधानसभा मंडप में नेता सदन योगी आदित्यनाथ ने कहा भी कि विभिन्न विषयों पर उनका सुदीर्घ सार्वजनिक, संसदीय और विधायी अनुभव हम सभी के लिए अवश्य ही उपयोगी साबित होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य सरकार देश की लोकतांत्रिक परम्पराओं, मूल्यों और आदर्शों के अनुरूप कार्य करते हुए राज्य में लोकतांत्रिक प्रणाली को मजबूत बनाएगी। उन्होंने इसके लिए सभी दलों के सदस्यों के सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सदन को चर्चा-परिचर्चा का एक आदर्श मंच बनाकर हम सबको मिलकर जनभावनाओं पर खरा उतरने का प्रयास करना होगा। मुख्यमंत्री ने विधानभवन में सर्वसम्मति से हृदय नारायण दीक्षित के विधानसभा अध्यक्ष के निर्वाचन अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि उनका सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष चुना जाना लोकतंत्र की सर्वोच्च एवं आदर्श परम्पराओं में से एक है। उन्होंने भरोसा जताया कि सदन में पहली बार चुनकर आए नए सदस्यों को भी नवनिर्वाचित विधानसभा अध्यक्ष के संरक्षण में बिना किसी भेदभाव के अपनी बात रखने का मौका मिलेगा।
हृदय नारायण दीक्षित को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश की विधानसभा के अध्यक्ष पद को राजर्षि पुरुषोत्तम दास टण्डन सहित अनेक मनीषियों ने सुशोभित करके इस सदन की गरिमा, उच्च संसदीय मर्यादाओं के अनुकरणीय मानदंड स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि हृदय नारायण दीक्षित एक बड़े लेखक भी हैं और अपनी लेखनी के माध्यम से भी वे समाज का मार्गदर्शन करते आ रहे हैं, उनका यह अनुभव और ज्ञान इस सदन में सभी के लिए उपयोगी साबित होगा तथा सदन को चर्चा का एक अच्छा मंच बनाया जा सकेगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उनके मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश विधानसभा देश की एक आदर्श विधानसभा के रूप में अपना स्थान बनाएगी और विकास के मामले में उत्तर प्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में स्थापित होगा। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सत्तापक्ष और विपक्ष लोकतंत्र के दो महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं, दोनों को मिलकर काम करना चाहिए, जिससे उन उद्देश्यों को प्राप्त किया जा सके, जिनके लिए जनता ने हम सभी को चुनकर यहां भेजा है। नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने भी विधानसभा अध्यक्ष को बधाई देते हुए इस बात पर प्रसन्नता जताई की पीठ को हृदय नारायण दीक्षित के रूप में योग्य विधानसभा अध्यक्ष मिले हैं और आशा जताई कि सदन में सभी को बिना किसी भेदभाव के अपनी बात रखने का मौका मिलेगा।