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हरित डिजायन पर राष्ट्रीय सम्मेलन

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Thursday 14 February 2013 08:57:23 AM

नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गुरूवार को विज्ञान भवन में हरित डिजायन पर चौथे जीआरआईएचए-गृह राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि तेजी से हो रहे शहरीकरण के साथ-साथ लगातार जनसंख्या बढ़ने और भारतीय अर्थव्यवस्था में हो रहे विकास के कारण नए भवनों की मांग तेजी से बढ़ हो रही है। इस कारण नए और वर्तमान भवनों में बिजली की भी मांग तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि सभी स्तरों पर नीति-निर्माताओं को संसाधनों की बढ़ती मांग के कारण पर्यावरण पर पड़ रहे दबाव और तेजी से बदल रहे मौसम को ध्यान में रखते हुए सतत् विकास का लक्ष्य प्राप्त करना होगा। शहरी चुनौतियों से निपटने के लिए कई नीतिगत और नियामक प्रणालियां बनायी गयी हैं, जिनको राष्ट्रीय योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से लागू किया जा रहा है।
राष्ट्रपति ने भारत में हरित भवन रेटिंग प्रणाली जीआरआईएचए-गृह के विकास और इसे लागू करने के लिए ऊर्जा एवं अनुसंधान संस्थान (टेरी) और नवीन और नवीकरण ऊर्जा मंत्रालय को बधाई दी। उन्होंने स्वयं के भवनों में पर्यावरणीय जवाब देही, ऊर्जा दक्षता और नवीनीकरण ऊर्जा के लिए महत्वपूर्ण प्रयास करने के लिए गृह पुरस्कार विजेताओं को भी बधाई दी। राष्ट्रपति ने आशा व्यक्त की है कि इन भवनों से मिले उदाहरणों को दूसरे लोग भी प्रेरित होकर दोहराएंगे और लाभ अर्जित करेंगे।

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