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Thursday 14 February 2013 09:55:35 AM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांदे की भारत की राजकीय यात्रा पर मीडिया को दिये वक्तव्य में कहा है कि एशिया में भारत उनकी द्विपक्षीय यात्रा का पहला पड़ाव है, यह दोनों देशों के बीच संबंधों के महत्व को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि भारत, फ्रांस को अपना बहुत महत्वपूर्ण सहयोगी मानता है, फ्रांस ने कठिनाई की घड़ी में हमें जबर्दस्त समर्थन दिया है, हमारे संबंध विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग और बातचीत में गहनता से परिभाषित होते हैं, आज जारी किया जाने वाला संयुक्त वक्तव्य हमारे आपसी हित की गतिविधियों को परिलक्षित करता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने और राष्ट्रपति ओलांदे ने आज अनेक द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय साझा और आपसी हित के मामलों पर विचार विमर्श किया, जैतपुर परमाणु उर्जा परियोजना की प्रगति की समीक्षा की और वाणिज्यिक और तकनीकी बातचीत पूरी होने के बाद उसके शीघ्र क्रियान्वयन के लिए प्रतिबद्धता दोहराई, सुरक्षा सहयोग में प्रगति पर संतोष व्यक्त किया, जो गुणवत्ता की दृष्टि से नई उंचाइयों पर पहुंचने वाला है, एमएमआरसीए अनुबंध पर चर्चाओं में अच्छी प्रगति हो रही है। कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल के बारे में बातचीत पूरी कर ली है, जिसे सरकार से स्वीकृति मिलने पर भारत में ही विकसित और निर्मित किया जाएगा, रक्षा व्यापार में भारत में ही रक्षा उपकरणों का सह विकास और सह निर्माण एक स्वागत योग्य बदलाव है, इससे हमारा घरेलू उत्पादन आधार बढ़ेगा और भारत फ्रांस भागीदारी मजबूत होगी।
उन्होंने कहा कि दोनों के बीच आतंक विरोधी और खुफिया क्षेत्रों में और मजबूती लाने पर भी सहमति हुई है। फ्रांस हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रम में लंबे समय से भागीदार है। फ्रांसीसी उपग्रह को कक्षा में सफलता पूर्वक स्थापित किया गया,। इसी महीने के बाद इसरो एकीकृत सरल उपग्रह का प्रक्षेपण करेगा, जो फ्रांस के नेशनल स्पेस एजेंसी के पेलोड अल्टिका और अरगोस को साथ ले जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ओलांदे और उनके बीच द्विपक्षीय आर्थिक सहायोग बढ़ाने की दिशा में भी सहमति हुई। उन्होंने कहा कि भारत के साथ आर्थिक संबंधों के लिए फ्रांस के विशेष प्रतिनिधि की नियुक्ति का हम स्वागत करते हैं और अपने आर्थिक संबंधों को उर्जित करने के लिए भारत-फ्रांस सीईओ फोरम की सिफारिशों का इंतजार कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि व्यापक आधार वाले भारत/ईयू व्यापार और निवेश समझौता, दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश की नई संभावनाएं बढ़ाएगा, मैने राष्ट्रपति ओलांदे से एक संतुलित और आपसी हित वाला समझौता शीघ्र करने के लिए समर्थन का आग्रह किया है। भारत और फ्रांस के बीच संस्कृति संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण है। ‘बोंजोर इंडिया’ का दूसरा संस्करण शीघ्र ही आयोजित किया जाएगा। आज हस्ताक्षरित नया सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम और केंस फेस्टिवल सहित फ्रेंच फिल्म फेस्टिवल्स का भारतीय सिनेमा के शताब्दी समारोह के आयोजन के निर्णय से हमारे सांस्कृतिक संबंध और मजबूत होंगे। क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर सार्थक चर्चाएं हुई हैं, वैश्विक अर्थव्यवस्था और आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष जैसे अनेक मुद्दों पर फ्रांस और भारत के विचार एक समान हैं। माली की स्थिति पर भी चर्चा की गई है। माली की रक्षा सेनाओं और अफ्रीका के नेतृत्व में इंटरनेशनल सपोर्ट मिशन के समर्थन में भारत ने हाल ही में अदिस अबाबा में हुए डोनर्स सम्मेलन में 10 लाख अमरीकी डॉलर सहायता देने की घोषणा की है।