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Thursday 27 April 2017 03:01:29 AM
मॉस्को/ नई दिल्ली। भारत सरकार में रक्षा, वित्त एवं कंपनी मामले मंत्री अरुण जेटली ने 25 एवं 26 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा पर आयोजित छठें मॉस्को सम्मेलन में भाग लिया और इसके समापन सत्र को संबोधित किया। रक्षामंत्री अरुण जेटली की रूसी रक्षामंत्री सर्गई शोइगु के साथ गर्मजोशीपूर्ण एवं उत्पादक बातचीत हुई। रूसी रक्षामंत्री के साथ अपनी बातचीत के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए अरुण जेटली ने कहा कि भारत पारंपरिक रूप से अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा पर मॉस्को सम्मेलन में भाग लेता रहा है, इस वर्ष फैसला किया गया था कि भारत के रक्षामंत्री सम्मेलन में भाग लेंगे। अरुण जेटली ने कहा कि रूसी रक्षामंत्री के साथ द्विपक्षीय रूपसे हुई बातचीत बहुत ही सार्थक रही है।
अरुण जेटली ने कहा कि भारत और रूस के बीच राजनयिक संबंध अपने 70वें वर्ष में हैं, यह ऐसा संबंध है, जो केवल दोनों देशों की सरकारों के बीच के संबंध से कहीं और अधिक है। उन्होंने कहा कि रूस भारत का एक सच्चा और भरोसेमंद मित्र है, जैसाकि भारत के लोग हमेशा मानते भी रहे हैं। उन्होंने कहा कि रक्षा के स्तर पर भी दोनों देशों के बीच काफी अधिक सहयोग रहा है। उन्होंने कहा कि यह सहयोग ही है, जो संयुक्त सैन्य अभ्यासों, प्रशिक्षण सहयोग और उपकरणों की आपूर्ति तक विस्तारित होता है, जिन्हें रूस से भारत खरीदता है। उन्होंने कहा कि भारत में हमारी विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने की भविष्य की योजनाएं हैं और ये ही रूसी रक्षामंत्री के साथ हमारी द्विपक्षीय बैठक के लिए चर्चा के विषय रहे हैं और मुझे पूरा भरोसा है कि हमारे संबंध का वर्तमान में जो स्तर है, वह लगातार और आगे बढ़ता रहेगा।