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Saturday 6 May 2017 05:36:41 AM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के 21वें दीक्षांत समारोह में संस्थान की ओर से विद्यार्थियों को डिग्री, डिप्लोमा, पदक एवं ट्रॉफी प्रदान कीं। राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह में संस्थान की स्मारिका का लोकार्पण भी किया। इस मौके पर संस्थान में सुंदर तरीके से राष्ट्रगान एवं सरस्वती वंदना की प्रस्तुति पर राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त की। राज्यपाल ने साथ ही कहा कि यदि इसी प्रकार उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थी गाउन एवं हैट की जगह भारतीय वेशभूषा में होते तो और ज्यादा अच्छा होता।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि प्रबंधन एक ऐसा विषय है, जिसमें समय का प्रबंधन सबसे महत्वपूर्ण होता है, प्रबंधन के माध्यम से युवा बदलाव के सूत्रपात करें और परिवर्तन के युग में बदलाव को स्वीकार करते हुए आगे बढ़ें। राम नाईक ने विद्यार्थियों से कहा कि वे सामयिक विषयों पर नज़र रखें तथा बदलाव का अध्ययन करते रहें। उन्होंने कहा कि यह सुखद है कि शिक्षा के क्षेत्र में बेटियां बेटों से ज्यादा पदक एवं उपाधि प्राप्त कर रही हैं, जो महिला सशक्तिकरण का सूचक है। उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह से किताबी पढ़ाई पूरी हुई है, लेकिन अनुभव का ज्ञान अब शुरू होना है। राम नाईक ने कहा कि दीक्षांत समारोह के उपरांत विद्यार्थी नई दुनिया में प्रवेश करते हैं, जहां आगे बढ़ने के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत होती है।
राम नाईक ने कहा कि विद्यार्थी खुले आकाश में चुनौती का सामना करने के लिए शक्ति प्राप्त कर चुके हैं, ऐसे में स्पर्धा केवल अपने शहर, प्रदेश एवं देश तक सीमित नहीं है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धा में भी भाग लेना है। उन्होंने कहा कि प्रगति के इस दौर में स्पर्धा के आयाम भी बदले हैं। दीक्षांत समारोह में संस्थान के अध्यक्ष शरद जयपुरिया ने स्वागत उद्बोधन दिया और निदेशक एम अशरफ रिज़वी ने संस्थान की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस अवसर पर डीन वीर वेदरत्न, शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।