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Saturday 13 May 2017 03:08:05 AM
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस पर राष्ट्रपति भवन में नर्सिंग कर्मियों को नेशनल फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार प्रदान किए। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में नर्सें हमारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के मामले में सबसे आगे हैं, इसकी सफलता में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि भारत जैसी एक विकासशील अर्थव्यवस्था में नर्सों और मिडवाइव्स की महत्वपूर्ण भूमिका है और इसी तरह एक किफायती एवं अच्छी गुणवत्ता के स्वास्थ्य में भी इनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि हमारे देश को इनकी सेवाओं पर गर्व है, बीसवीं सदी से लेकर 21वीं सदी तक नर्सिंग सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए धन्यवाद। उन्होंने कहा कि शहरी और ग्रामीण भारत में नर्सों के कारण जीवन प्रत्याशा और चिकित्सीय सुधार के साथ-साथ बच्चे और मातृ मृत्युदर में महत्वपूर्ण कमी आई है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि मांग के अनुरूप हमारे स्वास्थ्य मानकों में सुधार और अपडेट करने की आवश्यकता है, देश के सामने आने वाली स्वास्थ्य चुनौतियों को तेजी से हल करने की आवश्यकता है। राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 को देखकर खुशी हुई, इसमें नर्सिंग में एक नई गति और नवीनता की परिकल्पना की गई है। उन्होंने कहा कि भारतीय नर्सें स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार भूमिकाएं निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि हमें देश में उचित व्यावसायिक विकास और मानव संसाधन नीतियों को सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। राष्ट्रपति ने कहा कि आज चिकित्सा और स्वास्थ्य प्रथाओं की जटिलता के कारण नर्सें पूरी तरह से योजना बनाने, कार्यांवित करने, अनुसंधान और मूल्यांकन करने में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ये कार्य जिम्मेदारियों और जवाबदेही के साथ आते हैं, नर्सिंग प्रोटोकॉल के कानूनी और नीतिगत ढांचे तथा अभ्यास मानकों को दक्षताओं के इष्टतम उपयोग की सुविधा प्रदान करनी चाहिए।
नर्सों के सम्मान और रोगियों की देखभाल के प्रति उनकी अविश्वसनीय एवं निस्वार्थ समर्पण के प्रति सम्मान के लिए दिल्ली छावनी में स्थित सैनिक अस्पताल (रिसर्च एंड रेफरल) ने भी अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया। इस अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां अपर डीजीएमएनएस मेजर जनरल सुशीला शाही ने सभा को संबोधित किया। कमांडेंट एएच (आर एंड आर) लेफ्टिनेंट जनरल एके दास और मेजर जनरल शाही ने विभिन्न विभागों के योग्य नर्सिंग अधिकारियों को 'उत्कृष्टता के प्रमाण पत्र' वितरित किए। एएच (आर एंड आर) के प्रिंसपल मेट्रन मेजर जनरल एलिजाबेथ जॉन ने सभा को संबोधित करते हुए नर्सिंग स्टाफ की सराहना की। कार्यक्रम में सैन्य नर्सिंगसेवा के वरिष्ठ नर्सों के अलावा सिविल अस्पताल के नर्सों ने भी भाग लिया। नर्सों की अंतर्राष्ट्रीय परिषद नर्सिंग सेवा की शुरूआत करने वाली 'फ्लोरेंस नाइटइंगेल' के जन्म दिवस के अवसर पर हर साल विश्वभर में 12 मई को इस दिवस को मनाती है। इस वर्ष इसकी थीम 'नर्सें: सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए एक अहम आवाज' है।