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Saturday 13 May 2017 04:50:53 AM
लखनऊ। विश्व पत्रकारिता दिवस एवं महर्षि नारद जयंती पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में बहुभाषी संवाद समिति हिंदुस्थान समाचार की ‘राष्ट्रधर्म और पत्रकारिता’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर राज्यपाल राम नाईक को कहना पड़ा है कि मीडियाकर्मियों को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कही जाने वाली पत्रकारिता की गरिमा बनाए रखनी चाहिए, पत्रकार पत्रकारिता को उसके निर्धारित मानदंड एवं उचित आदर्शों पर ले जाएं। ‘राष्ट्रधर्म और पत्रकारिता’ विषय पर विचार रखते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रधर्म का अर्थ कर्तव्य से जुड़ा है, उसे समझने की जरूरत है कि परिवर्तन के युग एवं बदलते चित्र में अपनी बात कैसे रखनी चाहिए। राम नाईक की मीडिया को यह नसीहत कोई यूं ही नहीं है, मीडिया संस्थानों और मीडियाकर्मियों की आज जो कार्यप्रणाली दिखाई दे रही है, उसपर राज्यपाल की यह वास्तविक पीड़ा है।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि न्यूज़ और व्यूज़ का मिश्रण न हो, बल्कि समाचार का विश्लेषण अलग से प्रस्तुत किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पत्रकार तथ्यपरक समाचार उपलब्ध कराने तथा समाज में सही विचार बनाने का कार्य करें। राम नाईक ने कहा कि 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में पत्रकारिता ने सैनिकों को समर्थन देने का काम किया, अंग्रेजों ने प्रथम स्वतंत्रता संग्राम को बगावत कहा तो वीर सावरकर ने पत्रकार होने के नाते लिखा कि यह बगावत नहीं, बल्कि देश की आजादी के लिए पहला स्वतंत्रता संग्राम है। राम नाईक ने कहा कि आज की पत्रकारिता और पूर्व की पत्रकारिता में फर्क है, उस समय देश को आजाद कराना ही ध्येय था, तब की पत्रकारिता से लोगों का ज्ञानवर्द्धन और प्रबोधन होता था। राज्यपाल समय आने पर अपनी बात कहने से नहीं चूकते हैं, चाहे उनके सामने जो भी वातावरण हो। काश मीडिया इस नसीहत को एक प्रेरणा मानकर अपने चरित्र में उतार ले।
राम नाईक ने कहा कि लोकमान्य बालगंगाधर तिलक के ‘केसरी’ में प्रकाशित अग्रलेख लोग ध्यानपूर्वक पढ़ते थे। उन्होंने कहा कि समय बदला है, मगर पत्रकारिता का उद्देश्य नहीं बदलना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि पत्रकारिता का दायित्व अत्यंत महत्वपूर्ण है, आज के युग में प्रिंट, इलेक्ट्रानिक एवं सोशल मीडिया में स्पर्धा का दौर है, हर व्यक्ति की रूचि के अनुसार अब समाचार मिलता है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में वाचक की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, सही और प्रमाणिक खबरों से अनुचित टिप्पणी से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के दौर में त्वरित समाचार पहुंचाना एक चुनौती है, मगर समाज का प्रबोधन भी मीडिया का दायित्व है। राज्यपाल ने बताया कि उनका हिंदुस्थान समाचार से पूर्व का रिश्ता है, वे हिंदुस्थान समाचार के लिए ख़बर लिखने का काम कर चुके हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी भी इस अवसर पर मौजूद थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्र और पत्रकारिता का धर्म निभाना महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की एकता एवं अखंडता को बचाए रखने के लिए शुद्ध पत्रकारिता की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में सोच बदली है, मगर राष्ट्र को एक मानकर सोचना होगा। उन्होंने कहा कि यह विचार करने और विशेष ध्यान देने की जरूरत है कि समाज की समरसता न बदले तथा राष्ट्र की मूल भावना पर चोट भी न आए। रामगोविंद चौधरी ने कहा कि राष्ट्र के लिए आपसी मतभेद भुलाकर देश की रक्षा होनी चाहिए। सूचना राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी ने कहा कि अच्छे राजतंत्र के लिए जनता की पीड़ा को शासनकर्ता तक पहुंचाना तथा जनोपयोगी योजनाओं को आमजन तक ले जाना वास्तविक पत्रकारिता है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में शब्दों का संग्रह, समाचार का मूल्यांकन और उसकी सकारात्मकता महत्वपूर्ण होती है, इसलिए पत्रकार जनकल्याण की सूचना एवं तथ्यपरक समाचार जनता तक पहुंचाने का काम करें। उन्होंने नारद का स्मरण करते हुए कहा कि वे इकलौते महापुरूष थे, जो देवऋषि और ब्रह्मऋषि थे, उन्हें आदि पत्रकार माना जाता है।
हिंदुस्थान समाचार के उपाध्यक्ष जगदीश उपासने ने पत्रकारिता के इतिहास एवं हिंदुस्थान समाचार के बारे में संक्षिप्त परिचय देते हुए कहा कि प्रेस एक बड़ा हथियार है, जिसके कुछ आदर्श हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता का काम समाज में सही विचार स्थापित करने का है। उन्होंने कहा कि पत्रकार देश के बारे में सोचें और अपना दायित्व ईमानदारी से निभाएं। जगदीश उपासने ने कहा कि तथ्यपूर्ण और सत्य के आधार पर काम करते हुए पत्रकारिता के मूल्यों को बचाने तथा विश्वसनीयता बनाए रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि समाज को मथने और दिशा देने वाले समाचारों की जरूरत है। कार्यक्रम का संचालन पवन पुत्र बादल ने किया।
राज्यपाल ने पत्रकारिता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए आनंद प्रकाश मिश्र पूर्व सम्पादक राष्ट्रधर्म, राजनाथ सिंह सूर्य वरिष्ठ स्तम्भकार, सुधीर मिश्र स्थानीय सम्पादक नवभारत टाइम्स, सुभाष राय प्रधान सम्पादक जनसंदेश टाइम्स, राजीव श्रीवास्तव वरिष्ठ पत्रकार टाइम्स ऑफ इंडिया, शिल्पी सेन डिप्टी ब्यूरोचीफ सहारा समय एवं प्रवीण तिवारी संवाददाता दैनिक जागरण अयोध्या को पत्रकार सम्मान-2017 से सम्मानित किया। इस अवसर पर लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति एसपी सिंह और विशिष्टजन उपस्थित थे। राज्यपाल ने हिंदुस्थान समाचार की पत्रिका युगवार्ता के विशेषांक का विमोचन भी किया।