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Sunday 21 May 2017 07:56:11 AM
लखनऊ। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और हालतक राज्य के प्रमुख सचिव सूचना रहे नवनीत सहगल ने कहा है कि इलेक्ट्रानिक मीडिया और सोशल मीडिया के काफी प्रभाव के बावजूद प्रिंट मीडिया की प्रासंगिकता, सार्थकता और उपयोगिता का कोई विकल्प नहीं है। मीडिया मंच मासिक पत्रिका के 19 वर्ष पूरे होने पर यूपी प्रेस क्लब लखनऊ में आयोजित एक संक्षिप्त कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मीडिया मंच का निरंतर प्रकाशन और समसामयिक विषयों पर विचार एवं विश्लेषण देते रहना सराहनीय कार्य है। मीडिया मंच पत्रिका के बीसवें वर्ष में प्रवेश करने पर उन्होंने पत्रिका के सम्पादक टीबी सिंह को भविष्य में भी सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं।
नवनीत सहगल ने कहा कि त्वरित गति से ख़बरों को प्रसारित करने वाले माध्यमों के सत्यापन का कोई निश्चित आधार नहीं होता है, जबकि प्रिंट मीडिया का एक रिकार्ड बन जाता है और उसमें प्रकाशित विषय वस्तु आधारभूत होती है। मीडिया मंच के कार्यक्रम की अध्यक्षता पीसीएस एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष बाबा हरदेव सिंह ने की। उन्होंने भी कहा कि प्रिंट मीडिया की विश्वसनीयता का आलम यह है कि समाचार पत्र और पत्रिकाएं पढ़े बिना संतोष नहीं मिलता। इस अवसर पर पीसीएस एसोसिएशन के अध्यक्ष उमेश प्रताप सिंह ने कहा कि मीडिया मंच पत्रिका प्रशासनिक अधिकारियों और ख़ासतौर से पीसीएस संवर्ग से जुड़े विषयों एवं उनकी समस्याओं पर ख़ास ख़बरें और विश्लेषण देती रहती है। मीडिया मंच के सम्पादक टीबी सिंह ने पत्रिका के प्रकाशन पर अपने अनुभव साझा किए।
मीडिया मंच के कार्यक्रम में पीसीएस संघ के सचिव पवन गंगवार और पूर्व आईएएस अधिकारी विजय बहादुर सिंह भी मौजूद थे। कार्यक्रम में यूपी प्रेस क्लब के अध्यक्ष रवींद्र सिंह, वरिष्ठ पत्रकार हेमंत तिवारी ने भी मीडिया मंच के सफरनामे पर विचार प्रकट किए। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पीके तिवारी ने किया। वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद गोस्वामी, हसीब सिद्दीकी, वीरेंद्र शुक्ल, भास्कर दूबे, देवकीनंदन मिश्र, सिद्धार्थ कलहंस, राजेश मिश्र, उत्कर्ष सिन्हा, शबाहत हुसैन विजेता, शिवसरन सिंह, शाश्वत तिवारी, वीरेंदर तिवारी, शिवविजय सिंह, सना परवीन, वरिष्ठ फोटोग्राफर अजय सिंह, इंद्रेश रस्तोगी कार्यक्रम में मौजूद थे।