स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 16 February 2013 08:01:52 AM
लखनऊ। कालीचरण पीजी कॉलेज लखनऊ के कला एवं वाणिज्य परिषद के तत्वावधान में दो दिवसीय सांस्कृतिक एवं साहित्यिक समारोह हुआ, जिसमेंमुख्य अतिथि और लखनऊ के सिटी मजिस्ट्रेट ज्ञानेंद्र सिंह ने पुरस्कार वितरण कर छात्रों को सफलता का मूल मंत्र बताते हुए कहा कि लक्ष्य निर्धारित करके आगे बढ़े, सही दिशा में किया गया कार्य ही लक्ष्य तक पहुंचाता है, असफलता से घबराना नहीं चाहिए, असफलताओं से ही सीखकर सफलता हासिल की जा सकती है। उन्होंने कहा कि साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छात्र-छात्राओं की सहभागिता उतनी ही आवश्यक है, जितना कि अध्ययन अध्यापन है, क्योंकि छिपी हुई प्रतिभाओं का प्रदर्शन सांस्कृतिक मंचों से ही होता है।
लखनऊ विश्वविद्यालय समाज शास्त्र के प्रोफेसर आरजी यादव ने विशिष्ट अतिथि के उद्बोधन में विभिन्न महाविद्यालयों से आए प्रतिभागियों को सभी क्षेत्रों में गौरव स्थापित करने की प्रेरणा दी। लखनऊ विश्वविद्यालय के व्यवहारिक अर्थशास्त्र विभाग के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ अनूप कुमार सिंह ने इस अवसर पर आयोजित प्रतियोगिता के निर्णायक सदस्य के रूप में कहा कि एफ़डीआई के सकारात्मक एवं नकारात्मक पक्षों पर मंथन के बाद ही एक पूर्व निश्चित क्रम में भारतीय परिवेश के अनुसार प्राथमिकता मिलनी चाहिए।महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ देवेंद्र कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया एवं विश्वविद्यालय सहित विभिन्न महाविद्यालयों के प्रतिभागियों में विजयी एवं सहभागिता करने वाले छात्र-छात्राओं को बधाई दी। दो दिवसीय कार्यक्रमों में लखनऊ विश्वविद्यालय सहित 30 महाविद्यालयों के 200 से अधिक छात्र-छात्राओं ने अपनी सहभागिता की।
कालीचरण महाविद्यालय एवं अन्य महाविद्यालयों से आए प्राध्यापक, प्राध्यापिकाओं और महाविद्यालय परिवार के सभी सदस्य इस मौके पर उपस्थित थे। वाद-विवाद प्रतियोगिता कीविजयी प्रतिभागी टीम को ट्रॉफी के साथ क्रमशः रुपए 3000 रुपए, 2000 रुपए और 1000 की नकद धनराशि पुरस्कार के रूप में दी गई। वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष एवं संयोजक डॉ सुभाषचंद्र पांडेय ने बताया कि वाद-विवाद प्रतियोगिता के माध्यम से प्रतिभागियों में गंभीरता पूर्वक अपना पक्ष रखने का अवसर मिलता है। विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजयी प्रतिभागियों का विवरण इस प्रकार है-
तत्क्षण भाषण में सांत्वना पुरस्कार सुजीत कुमार को मिला और प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर क्रमशः तान्या सिद्दीकी, नैंसी गुप्ता और मोहम्मद सलीम रहे। पोस्टर प्रतियोगिता में नेहा सिंह को सांत्वना पुरस्कार मिला और प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर क्रमशः नंदनी वैद, शशि अग्रवाल एवं धर्म प्रकाश पासवान को मिला। कहानी एवं निबंध का सांत्वना पुरस्कार प्रशांत कुमार सिंह ने जीता जबकि प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर क्रमशः आभा सक्सेना, शैफ़ाली श्रीवास्तव और रोशनी मिश्रा रही। सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में नेहा द्विवेदी ने सांत्वना पुरस्कार पाया और प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर क्रमशः ईशाधर द्विवेदी, शिशिर जायसवाल एवं पूजा यादव रही। गायन प्रतियोगिता में सांत्वना पुरस्कार विधेय मिश्रा ने प्राप्त किया और प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर क्रमशः काजल, अर्पिता मिश्रा और एकता दयाल आई।
रंगोली प्रतियोगिता में सांत्वना पुरस्कार स्नोया कुशवाहा को मिला जबकि प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर क्रमशः तान्या सिद्दीकी, नंदिनी एवंनीरज कुमार वर्मा रहे। वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर क्रमशः कालीचरण पीजी कालेज की टीम, नेशनल पीजी कालेज की टीम और मुमताज़ पीजी कालेज की टीम रही। वसंत उत्सव के उपलक्ष्य में शुक्रवार को सवेरे परिसर में स्थापित अति प्राचीन सरस्वती मंदिर में पूजन हुआ और उसके बाद कॉलेज में एक क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया गया।