स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 23 May 2017 05:53:30 AM
नई दिल्ली। स्काउट्स एंड गाइड्स पर बनी सात सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति ने अपनी रिपोर्ट खेल और युवा मामलों के मंत्री विजय गोयल को सौंप दी है और शिकायतों की जांच के लिए एक जांच कमेटी के गठन का सुझाव दिया है। समिति का कहना है कि उसने पाया है कि प्रबंधन और वित्तीय प्रबंधन में कई तरह की अनियमितताएं हैं, जिनका ऑडिट चार्टर्ड अकाउंटेंट से कराया गया। भारत स्काउट्स एंड गाइड्स तथा हिंदुस्तान स्काउट्स एंड गाइड्स में सुधार करना बहुत जरूरी है। इस उच्चस्तरीय समिति ने इस बात पर भी जोर दिया है कि भारत स्काउट्स एंड गाइड्स तथा हिंदुस्तान स्काउट्स एंड गाइड्स के संगठन को व्यवस्थित बनाने की आवश्यकता है।
स्काउट्स एंड गाइड्स पर समिति ने सुझाव दिया कि एक स्थायी निगरानी समिति होनी चाहिए, जो समय-समय पर दोनों संस्थाओं की गतिविधियों की निगरानी करे और मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपे। समिति ने सिफारिश की कि दोनों संस्थाओं के बोर्ड में सरकारी नामित प्रतिनिधि होने चाहिएं। भारत स्काउट्स और गाइड्स में राष्ट्रपति पुरस्कार (2016-17) से संबंधित प्रश्नपत्र लीक किए जाने की शिकायतों को दर्ज कर लिया गया है। उच्चस्तरीय समिति ने इससे पहले 31 जनवरी 2017 को अपनी पहली अंतरिम रिपोर्ट पेश की थी। कमेटी ने सुझाव दिया कि स्काउट मूवमेंट युवा आंदोलन का एक हिस्सा होना चाहिए, जो मंत्रालय के महत्वपूर्ण मिशनों में से एक है।
भारत स्काउट्स एंड गाइड्स तथा हिंदुस्तान स्काउट्स एंड गाइड्स के खिलाफ समाज के विभिन्न तबकों से मिली शिकायतों के बाद अक्टूबर 2016 में विजय गोयल ने सात सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति का गठन किया था, जिसके अध्यक्ष हरीश मल्होत्रा हैं। ये दोनों संगठन युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय से मान्यता प्राप्त हैं और इन्हें केंद्र से वार्षिक अनुदान भी मिलता है। गौरतलब है कि भारत स्काउट्स एंड गाइड्स तथा हिंदुस्तान स्काउट्स एंड गाइड्स की कार्यप्रणाली पर काफी समय से उंगलियां उठती आ रही हैं, इन संस्थाओं के लोकप्रिय कार्यक्रमों को देखते हुए इनकी आंतरिक खामियों पर उतना गौर नहीं किया गया, लेकिन यह तथ्य सामने आया कि इन संगठनों में अनियमितताएं पाई गई हैं, जिनकी जांच कराई गई है और शिकायतें सही पाई गई हैं।