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Friday 26 May 2017 04:46:32 AM
गुवाहाटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज असम में ब्रह्मपुत्र की सहायक नदी लोहित पर देश के सबसे लंबे नदी पुल ढोला-सदिया का उद्घाटन किया। इस पुल से पूर्वोत्तर में बड़ा लंबा रोड संपर्क छोटा हो गया है। यह पुल तीन लेन का है तथा 9.15 किलोमीटर इसकी लंबाई है। यह पुल असम के ढोला को अरूणाचल के सादिया से जोड़ेगा। इस पुल के अस्तित्व में आने से इस क्षेत्र में संपर्क का एक लम्बा अंतर खत्म हो जाएगा। अभी तक ब्रह्मपुत्र को पार करने के लिए केवल दिन के समय नौका का ही उपयोग किया जाता था और बाढ़ के दौरान यह भी संभव नहीं होता था। ब्रह्मपुत्र नदी पर बना अंतिम पुल तेजपुर में कालियाभोमोरा पुल था। इस पुल से ऊपरी असम और अरूणाचल प्रदेश के पूर्वी भाग के लिए चौबीस घंटे संपर्क सुनिश्चित हो गया है।
ढोला-सदिया नदी पुल के बनने से असम के राष्ट्रीय राजमार्ग-37 में रूपाई और अरूणाचल प्रदेश के राष्ट्रीय राजमार्ग-52 में मेका, रोईंग के बीच 165 किलोमीटर की दूरी कम हो गई है। इन दो स्थानों के बीच यात्रा करने में वर्तमान में 6 घंटे का समय लगता रहा है, जो अब घटकर 1 घंटा हो गया है, इस तरह इनके बीच आवागमन में 5 घंटे के समय की बचत हो गई है, यही नहीं प्रतिदिन पेट्रोल और डीजल में 10 लाख रुपए तक की बचत होगी। ढोला-सदिया पुल से पूर्वोत्तर में विकास और प्रगति के नए रास्ते खुलेंगे। इस पुल के निर्माण से सुदूर और पिछड़े क्षेत्रों को सड़क मार्ग से जोड़ने का मौका मिल गया है। यह पुल ऊपरी आसाम के ब्रह्मपुत्र और अरूणाचल प्रदेश के संपूर्ण आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण योगदान देगा।
ढोला-सदिया नदी पुल अरूणाचल प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में देश की सामरिक आवश्यकताओं को पूरा करेगा तथा राज्य में चल रही कई बिजली परियोजनाओं को सुविधाजनक बनाने में मदद करेगा, क्योंकि संपर्क नहीं हो पाने के कारण कई बिजली परियोजनाओं को आगे बढ़ाने में दिक्कते आ रही थीं। ढोला-सदिया पुल परियोजना की कुल लम्बाई दोनों तरफ की सड़कों को मिलाकर कुल 28.50 किलोमीटर है और पुल की लम्बाई 9.15 किलोमीटर है। ढोला-सदिया नदी पुल का निर्माण बीओटी एन्यूटी ने किया है, जिसकी कुल लागत 2,056 करोड़ रुपए है। ढोला-सदिया नदी पुल का उद्देश्य असम और अरूणाचल प्रदेश के लोगों को एक दूसरे के करीब लाना है। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर एक जनसभा को भी संबोधित किया, जिसमें असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल की उन्होंने जमकर तारीफ की। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर असम के लिए कुछ योजनाएं भी दीं।