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Saturday 3 June 2017 02:28:20 AM
नई दिल्ली। बिहार में गंगा नदी के प्रवाह में बाधक गाद और खनन के विषय पर विचार करने के लिए जल संसाधन और नदी विकास मंत्रालय में एक समिति गठित की जा रही है। गंगा निरीक्षण अभियान के हिस्से के रूप में बिहार के सुल्तानगंज में एक गंगा चौपाल में जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने बताया कि सुल्तानगंज में सीवेज शोधन संयंत्र लगाया जाएगा। उन्होंने गंगा सफाई के लिए राष्ट्रीय मिशन के जैव विविधता तथा जल जीवन पुर्नस्थापन कार्यक्रम की चर्चा करते हुए कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत गंगा नदी के किनारे वानिकी और पौधरोपण गतिविधियां चलाई जा रही हैं, ताकि मिट्टी भूस्खलन को टाला जा सके और नदी में सीवेज तथा औद्योगिक कचरा जमा होने से रोका जा सके।
जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने कहा कि नमामि गंगे टीम सीवेज शोधन संयंत्रों को बनाने पर अथक कार्य कर रही है, ताकि पर्याप्त सीवेज शोधन क्षमता प्राप्त की जा सके और गंगा नदी के किनारे बसे शहरों और गांवों को खुले में शौच से मुक्त बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य में घाटों का कायाकल्प किया जाएगा और नए घाट भी बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए घाटों पर विश्राम कक्ष भी बनाए जाएंगे। उमा भारती ने मुंगेर में सक्रिय संवाद सत्र का भी संचालन किया, जहां उन्होंने वानिकी विभागों, सीआईएफआरआई, भारतीय वन्य जीव संस्थान तथा एनईईआरआई के साथ गंगा नदी से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर एकजुट होकर साथ काम करने की चर्चा की।