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Saturday 10 June 2017 04:45:40 AM
नई दिल्ली। आयुष मंत्री श्रीपद नाइक ने राष्ट्रीय मीडिया केंद्र नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्वास्थ्य संपादकों के सम्मेलन के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया। सम्मेलन का आयोजन आयुष मंत्रालय ने पत्र सूचना कार्यालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और केंद्रीय योग तथा प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद आयुष मंत्रालय के सहयोग से किया। यह आयोजन तीसरे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून के समारोह के दृष्टिगत है। इस वर्ष सम्मेलन का मुख्य विषय-'स्वास्थ्य और सद्भाव के लिए योग' था। श्रीपद नाइक ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस संभवत: एकमात्र ऐसा अवसर है, जहां दुनियाभर के लोग बड़ी संख्या में योग के लिए एकत्र होते हैं और उसमें सक्रिय भागीदारी निभाते हैं।
आयुष मंत्री श्रीपद नाइक ने कहा कि योग में भागीदारी के प्रति रुचि और उत्साह साल दर साल तेजी से बढ़ रहा है और योग आज वास्तविक अर्थ में एक घरेलू नाम हो गया है। उन्होंने कहा कि योग की लोकप्रियता बढ़ाने का श्रेय मीडिया को भी जाता है, चाहे प्रिंट मीडिया हो, इलेक्ट्रानिक मीडिया या सोशल मीडिया हो। आयुष मंत्री ने कहा कि योग ने लोगों के बीच सकारात्मक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में वैश्विक पहचान अर्जित की है। उन्होंने कहा कि लोगों के लिए आधुनिक अस्पतालों में उपचार कराना महंगा होता जा रहा है, इसलिए योग स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में अपना महत्वपूर्ण स्थान बना रहा है। उन्होंने कहा कि योग लोगों को न सिर्फ स्वस्थ बनाता है, बल्कि देश की स्वास्थ्य प्रणाली के बोझ को भी कम करता है।
मीडिया के प्रश्नों के जवाब में श्रीपद नाइक ने जानकारी दी कि सीसीआरवाईएन ने मधुमेह पर योग के प्रभाव का अध्ययन किया है, जिसमें लगभग 2.50 लाख लोगों से जानकारी इकट्ठा की गई है और इस अध्ययन के परिणाम बहुत आशावादी और उत्साहजनक रहे हैं। एक अन्य प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि एसोचैम के एक सर्वे के अनुसार पिछले दो वर्ष में सतत योगाभ्यास करने वालों की संख्या में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। विदेशों में भी योग का अभ्यास करने वालों की संख्या में 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इस अवसर पर आयुष सचिव सीके मिश्रा ने मीडियाकर्मियों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2017 के तहत आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दी। आयुष सचिव ने बताया कि प्रत्येक राज्य जिला और उप जिलास्तर पर योग से संबंधित कार्यक्रम आयोजित करेगा।
आयुष मंत्रालय ने शिक्षा और उद्योग जगत की संस्थाओं से भी भागीदारी करने की इच्छा जताई है। स्वास्थ्य संपादकों के सम्मेलन में पत्र सूचना कार्यालय के प्रधान महानिदेशक फ्रैंक नरोन्हा ने कहा कि संपादक सम्मेलन का उद्देश्य योग के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने संपादकों से अनुरोध किया कि वे योग कार्यक्रम और उसके उद्देश्यों को जन-जन तक पहुंचाने और जागरुकता पैदा करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। संपादक सम्मेलन में लगभग 150 स्वास्थ्य संपादकों और मीडियाकर्मियों ने हिस्सा लिया। पत्र सूचना कार्यालय और आयुष मंत्रालय के उच्चाधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे। योग और आधुनिक दवा के तीन विख्यात विशेषज्ञों ने मीडिया को सुलभ संदर्भ हेतु योग पर अपने शोध के मुख्य बिंदुओं से अवगत कराया। योग और आधुनिक दवा के इन विशेषज्ञों में डॉ केके दीपक एम्स नई दिल्ली, डॉ आरएस भोगल कैवाल्यधाम पुणे, डॉ हेमंत भार्गव एसवीवाईएएसए बंगलोर शामिल हैं।