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Saturday 17 June 2017 02:05:17 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गृह मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति की बैठक में सदस्यों को जानकारी दी कि यह पहला अवसर है कि गृह मंत्रालय की पुर्नसंरचना और पुर्नसंगठन के लिए सलाहकार समिति की ओर से सुझाव आए हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि इन 70 वर्ष में गृह मंत्रालय की संरचना और प्रक्रियाओं में कुछ बदलाव आए हैं, लेकिन गृह मंत्रालय के पुर्नगठन के लिए वृहद चर्चा और नए विचारों की अभी भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह पुर्नगठन बदलते सुरक्षा माहौल और साइबर अपराध जैसे उभरते खतरों को ध्यान में रखते हुए होना चाहिए। राजनाथ सिंह ने कहा कि यह तो शुरुआत है और यदि जरूरत पड़ी तो आगे भी चर्चाएं होंगी।
संसदीय सलाहकार समिति की बैठक में समिति के सदस्यों को मौजूदा कार्य दबाव और दीर्घकालिक योजना की आवश्यकता के संबंध में जानकारी दी गई, ताकि आतंकवाद और नशीले पदार्थों के दुष्प्रभाव का सामना किया जा सके। बैठक में पुलिस सुधार, साइबर सुरक्षा, खुली सीमाएं और विभिन्न कानूनों के पुर्नमूल्यांकन की आवश्यकता को रेखांकित किया गया। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सदस्यों से इन विषयों पर अपने सुझाव देने के लिए कहा है। समिति के सदस्यों ने गृहमंत्री को यह कदम उठाने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि सलाहकार समिति की पूर्व बैठकों में इन विषयों पर कभी चर्चा नहीं हुई थी। समिति के सदस्यों ने कहा कि वे आने वाले समय में और अधिक सुझाव प्रस्तुत करेंगे और यदि आवश्यकता हुई तो समिति की आने वाली बैठकों में भी इन विषयों पर चर्चा की जाएगी।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने समिति के सदस्यों से कहा कि गृह मंत्रालय उनके बहुमूल्य सुझावों पर विचार करेगा। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पेशेवर लोगों की एक टीम विषय का विस्तृत अध्ययन करेगी। उन्होंने समिति के सदस्यों को उनके बहुमूल्य सुझावों के लिए धन्यवाद दिया। लोकसभा के सदस्य डॉ भगीरथ प्रसाद, देवेंद्र उर्फ भोले सिंह, गीता कोठापल्ली, हुकुम सिंह, जयप्रकाश नारायण यादव, कीर्ति झा आजाद, डॉ थोकचॉम मेइन्या, टीजी वेंकटेश बाबू और राज्यसभा के सदस्य भुवनेश्वर कलिथा, डॉ के केशव राव, मुकुल रॉय, प्रोफेसर रामगोपाल यादव, राणी नाराह, एस मुथुकारुप्पन और शांताराम नाईक ने बैठक में भाग लिया। गृह मामलों के राज्यमंत्री हंसराज गंगाराम अहिर, किरेन रिजिजू, केंद्रीय गृह सचिव, सचिव सीमा प्रबंधन, सचिव राजभाषा भाषा और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।