स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 20 June 2017 06:15:58 AM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा तथा अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा है कि कुछ क्षेत्रों में उत्पन्न धारणाओं के विपरीत जीएसटी से अनेक वस्तुओं पर कर कम होगा और 1 जुलाई से जीएसटी लागू होने से करों की वर्तमान दर कम होने के परिणामस्वरूप गरीबों और निचले मध्यम वर्ग को भारी राहत मिलेगी। डॉ जितेंद्र सिंह केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास के अधिकारियों तथा दिल्ली स्थित पूर्वोत्तर राज्यों के रेजीडेंट कमिश्नरों के साथ जीएसटी के विभिन्न पहलुओं पर विचार करने के लिए आयोजित एक बैठक को संबोधित कर रहे थे।
डॉ जितेंद्र सिंह ने बताया कि जीएसटी लागू होने पर अनेक वस्तुओं दूध का पाउडर, दही, लस्सी, बटर मिल्क, पनीर, मसालों, चाय, गेहूं, चावल, फूल, सोयाबीन तेल, सरसों का तेल, गुड़, बोतल बंद पानी, बर्फ, कोयला, घरेलू रसोई गैस, टूथपेस्ट, टूथ पाउडर, साबुन के साथ-साथ चिकित्सा वस्तुएं जैसे इंसुलिन, एक्स-रे फिल्म और चश्मे के लैंस पर लागू कर कम हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसी वस्तुओं पर जिनपर कर दर अधिक होने की उम्मीद दिखाई दे रही है, वहां सच्चाई यह है कि इन पर कर लगे हुए थे, जो दिखाई नहीं देते थे, यहां तक कि करों का दायरा भी समान है, दूसरी तरफ कुछ ऐसी वस्तुएं भी हैं, जहां जीएसटी में शून्य कर है।
पूर्वोत्तर में इंटरनेट कनेक्टीविटी के मुद्दे पर संज्ञान लेते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि अनेक आसान विकल्प ढूंढे जा रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि इंटरनेट कनेक्टीविटी की जरूरत केवल पंजीकरण अथवा लॉगइन के समय होती है। उन्होंने कहा कि आरंभिक परिवर्तन की अवधि के दौरान व्यापारियों और अन्य की सुविधा के लिए जीएसटी 20 अगस्त 2017 तक दो महीने के लिए, इसके बाद 2 सितंबर 2017 और इसके बाद नियम के मुताबिक हर महीने भरा जाएगा। इस बीच नया पंजीकरण 25 जून को शुरू होगा।
केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि पूर्वोत्तर के अधिकारियों के लिए 2 दिन का प्रशिक्षण कार्यक्रम शिलांग में नियमित आधार पर चलाया जा रहा है और इसी तरह का एक कार्यक्रम फरीदाबाद में चल रहा है। पूर्वोत्तर के लिए 10 लाख रुपए की छूट का जिक्र करते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि इससे पहले पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों में यह काफी कम थी, जैसे उदाहरण के लिए सिक्किम के लिए 3 लाख रुपए, अरुणाचल प्रदेश के लिए 2 लाख रुपए और असम के लिए 6 लाख रुपए था।