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Saturday 24 June 2017 06:59:59 AM
नई दिल्ली। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने आज एक मीडिया वक्तव्य में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अमेरिका यात्रा का काफी महत्व है, क्योंकि पिछले वर्ष हुए अमेरिकी चुनाव के बाद उनका यह पहला अमेरिका दौरा होगा। अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड जे ट्रम्प से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्हाइट हाउस में पहली मुलाकात होगी। नरेंद्र मोदी लिस्बन में भारतीय मूल के पुर्तगाली प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा के साथ भी वार्ता करेंगे। पंद्रह साल में पहली बार है, जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री पुर्तगाल की आधिकारिक यात्रा पर जा रहा हो। वे यात्रा के अंतिम चरण में नीदरलैंड जाएंगे, जहां वे हेग में प्रधानमंत्री मार्क रूटले के साथ वार्ता करेंगे। वैश्विक इस्लामिक आतंकवाद के चलते नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा का बहुत बड़ा मतलब है। इस्लामिक आतंकवाद के मुद्दे पर दोनों देशों की राय एक है और दोनों की किसी भी प्रकार की चूक दोनों का बड़ा नुकसान कर सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पुर्तगाल, अमरीका और नीदरलैंड की यात्रा पर जाते हुए एक बयान जारी कर कहा है कि उनकी इस यात्रा का लक्ष्य विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि वे पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा से मुलाकात करेंगे और उनके साथ ऐतिहासिक और मैत्रीपूर्ण संबंधों के साथ आर्थिक सहयोग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष सहयोग, व्यापार, निवेश, आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि वे पुर्तगाल में भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करने के लिए उत्सुक हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे अमेरिकी दौरे पर वॉशिंगटन डीसी जाएंगे, जहां वे राष्ट्रपति डोनाल्ड जे ट्रम्प के साथ भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच मजबूत और विस्तृत श्रृंखला साझेदारी को और मजबूत करने के बारे में विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि अमेरिका के साथ भारत की साझेदारी बहुस्तरीय और विविध है और न केवल सरकारें, बल्कि दोनों पक्षों के सभी हितधारकों द्वारा समर्थित भी है। उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्रपति डोनाल्ड जे ट्रम्प के सहयोग के तहत संयुक्त राज्य अमेरिका में नए प्रशासन के साथ भारत की साझेदारी के लिए एक अग्रसारित दृष्टि तैयार करने की प्रतीक्षा करता हूं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड जे ट्रम्प और उनके कैबिनेट सहयोगियों के साथ आधिकारिक बैठकों के अलावा, मैं कुछ प्रमुख अमेरिकी सीईओ से भी मुलाकात करूंगा, जैसा कि अतीत में मैं भी संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय डायस्पोरा के साथ बातचीत करने की आशा करता हूं।
प्रधानमंत्री 27 जून 2017 को नीदरलैंड्स की यात्रा करेंगे। उन्होंने बताया कि इस वर्ष इंडो-डच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 70 साल मना रहे हैं, इस यात्रा के दौरान मेरी डच प्रधानमंत्री मार्क रूटले के साथ एक आधिकारिक बैठक होगी, मैं नीदरलैंड के किंग विलेम-अलेक्जेंडर से और रानी मैक्सिमा से मुलाकात करूंगा। उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री मार्क रूटले के साथ आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन सहित महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों सहित द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि नीदरलैंड यूरोपीय संघ में भारत का छठवां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है और विश्वस्तर पर पांचवां सबसे बड़ा निवेश भागीदार है। पानी और अपशिष्ट प्रबंधन, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, अक्षय ऊर्जा, बंदरगाहों और नौवहन जैसे क्षेत्रों में डच विशेषज्ञता भारत में विकास की जरूरतों के साथ मेल खाती हैं। उन्होंने बताया कि वे प्रमुख डच कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से मिलेंगे और उन्हें भारतीय विकास की कहानी में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। उन्होंने बताया कि वे नीदरलैंड में यूरोप में दूसरे सबसे बड़े भारतीय डायस्पोरा से भी मुलाकात करेंगे।