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Saturday 19 August 2017 02:56:12 AM
नेवादा (अमेरिका)। हिंदू महाकाव्य महाभारत और रामायण विश्व के शीर्ष देश संयुक्त राज्य अमेरिका के उच्चतम शिक्षा संस्थान हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में आगामी पतझड़ के सेमेस्टर में पढ़ाई जाएगी। संस्कृत और अवधि के ये महान महाकाव्य 30 अगस्त से हार्वर्ड डिविमिनिस स्कूल के प्रोफेसर ऐन ई मोनियस पढ़ाएंगे, जो स्नातक वर्ग पर केंद्रित होगा। लगभग 25,000 श्लोकों की रामायण कथा सात कंदों में विभाजित है, जबकि महाभारत अब तक का सबसे लंबा महाकाव्य है, जिसमें 100,000 छंद हैं और इसे अठारह खंड़ों में विभाजित किया गया है और भागवद् गीता इसका हिस्सा है।
यूनिवर्सल सोसाइटी ऑफ हिंदुइज़म के अध्यक्ष राजन जेड ने दुनिया के प्रमुख विश्वविद्यालयों ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय, स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय, प्रिंसटन विश्वविद्यालय, यूसी बर्कले विश्वविद्यालय, येल विश्वविद्यालय, कोलंबिया विश्वविद्यालय, टोरंटो विश्वविद्यालय, टोक्यो विश्वविद्यालय, मेलबोर्न विश्वविद्यालय आदि से आग्रह किया है कि वे भी अपने यहां रामायण और महाभारत का अध्ययन कराएं। उन्होंने कहा कि अक्सर हिंदू धर्म केंद्रित वर्ग समृद्ध दर्शन, अवधारणाओं, प्रतीकों और दुनिया के बाकी हिस्सों के साथ इस सबसे पुरानी धर्म परंपराओं को साझा करते हैं। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें इनमें से किसी भी सहायता की आवश्यकता है तो हिंदू विद्वानों से उनको मदद मिलेगी।
हार्वर्ड लाइब्रेरी दुनिया में सबसे बड़ा शैक्षणिक पुस्तकालय है, जिसमें लगभग 20.4 मिलियन वॉल्यूम शामिल हैं। ड्रू गिलिपिन फॉस्ट एचयू इसके अध्यक्ष हैं। इसका नाम इसाई मंत्री जॉन हार्वर्ड के नाम पर रखा गया था। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की स्थापना सन् 1636 में हुई थी। उल्लेखनीय है कि हिंदू धर्म, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है, जिसमें लगभग 1.1 करोड़ अनुयायी हैं और मोक्ष इसका अंतिम लक्ष्य है। संयुक्त राज्य अमेरिका में करीब 3 मिलियन हिंदू वास करते हैं। हिंदू नेता राजन जेड ने नेवादा में एक वक्तव्य में इस हिंदुत्व विरासत को उजागर करने के लिए हार्वर्ड विश्वविद्यालय की सराहना की है।