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Sunday 20 August 2017 02:42:52 AM
मुंबई। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य राज्यमंत्री और संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी ने मुंबई में छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से 300 हज यात्रियों के पहले जत्थे को शुभकामनाओं के साथ उत्साह से हज के लिए रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार ने हज-2017 की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली है, इससे हजयात्रियों को समय पर पहले से भी बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। मुख्तार अब्बास नक़वी ने हजयात्रियों को शुभकामनाएं दीं। इस साल मुंबई से 5600 हज यात्री रवाना हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हज 2017 पूरी तरह से सफल रहा है, सरकार ने हजयात्रियों की सुविधा और यात्रा की सारी तैयारियां समय से पहले ही पूरी कर ली हैं।
अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री ने बताया कि नई हज नीति बहुत जल्द पूरी कर ली जाएगी और अगले वर्ष से हजयात्रा नई नीति के अनुसार ही होगी। मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि नई हज नीति का उद्देश्य हज प्रक्रिया को पारदर्शी और पूरी तरह आरामदायक एवं सुखद बनाना है। उन्होंने बताया कि पहले चरण में लगभग 85 हजार हजयात्री सऊदी अरब जाएंगे, जिनमें पहले चरण में दिल्ली, गया, गोवा, गुवाहाटी, कोलकाता, लखनऊ, मंगलौर, श्रीनगर और वाराणसी से यात्री रवाना होंगे। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में बैंगलौर, भोपाल, राँची, नागपुर, मुम्बई, हैदराबाद, कोच्चि, चैन्नई, औरंगाबाद, अहमदाबाद और इंदौर के यात्री जाएंगे। दूसरा चरण 26 अगस्त को समाप्त होगा। उन्होंने यह भी बताया कि नई हज नीति के तहत यात्रियों को समुद्री मार्ग के जरिए हज यात्रा कराए जाने का विकल्प भी देखा जा रहा है, इससे हज यात्रा का खर्च लगभग आधा हो जाएगा।
मुख्तार अब्बास नक़वी ने यह भी बताया कि इस समय आधुनिक और खास सुविधाओं से लैस फैरी उपलब्ध है, जिनमें चार से पांच हजार लोगों के बैठने की क्षमता है। करीब 2300 नोटिकल मील की यह दूरी 2 से 3 दिन के भीतर पूरी हो जाती है, जबकि पुराने जहाजों से यह दूरी पूरा करने में 12 से 15 दिन लग जाते थे। सऊदी अरब ने इस वर्ष भारत से हज यात्रियों की संख्या का कोटा 34,005 बढ़ा दिया है। इस वर्ष 1,70,025 यात्री हजयात्रा कर सकेंगे। गौरतलब है कि केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के आने के बाद भारत के हजयात्रियों को न केवल पहले से बेहतर सुविधाएं फरहाम की जा रही हैं, अपितु हजयात्रियों का कोटा भी बढ़ गया है। भारत की पूर्ववर्ती सरकारों की सुविधाओं और हज व्यवस्था का तुलनात्मक पक्ष देखा जाए तो पहले मुंह देखकर भतीजे-रिश्तेदार और अप्रोच रखने वाले मुसलमानों को ही मौके मिलते थे, मगर मोदी सरकार में हजयात्रा व्यवस्था पारदर्शी और अत्यंत सुविधाजनक दिखाई दे रही है।