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औरैया के डीएम एसपी को हटाएं-सपा

नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने किया कड़ा प्रतिरोध

सपा के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल नाईक को ज्ञापन दिया

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Sunday 20 August 2017 02:50:10 AM

sp's delegation gave a memorandum to governor ram naik

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल राम नाईक से भेंट की और भाजपा सरकार पर सरकारी मशीनरी के दुरूपयोग का आरोप लगाते हुए भाजपा के पक्ष में उत्तर प्रदेश में निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्षों और ब्लाक प्रमुखों को उनके पद से हटाने की कार्रवाई के विरोध में उन्हें दो ज्ञापन सौंपे। राज्यपाल ने सपा प्रतिनिधिमंडल की बातें गंभीरता से सुनीं और उनपर कार्रवाई का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में उत्तर प्रदेश विधानसभा के नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी, विधानपरिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन, पूर्वमंत्री और सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी, सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल और विधायक शैलेंद्र यादव 'ललई' शामिल थे।
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि समाजवादी पार्टी ने राज्यपाल को दिए ज्ञापन में कहा है कि जबसे उत्तर प्रदेश में भाजपा सत्ता में आई है, तभीसे जनपदों में जिला पंचायत अध्यक्षों और ब्लाक प्रमुखों को इस्तीफे के लिए जबरन मजबूर किया जा रहा है, समाजवादी पार्टी के या उसके समर्थित सदस्यों के विरुद्ध और उनके परिवार के सदस्यों पर गंभीर मुकद्में लगाकर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है, इस मामले में पुलिस का भी दुरूपयोग किया जा रहा है। प्रतिनिधिमंडल के मुख्य सदस्य रामगोविंद चौधरी ने राज्यपाल से निष्पक्षता से चुनाव होने देने और अफसरशाही को नियंत्रित करते हुए औरैया के जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक संजीव त्यागी को तत्काल स्थानांतरित किए जाने की मांग की।
समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने दूसरे ज्ञापन में औरैया में पुलिस अधीक्षक द्वारा पूर्ण रूपसे भाजपा नेताओं के दबाव में काम करने और समाजवादी पार्टी के समर्थकों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में फर्जी केस दर्ज करने, सपा के नेताओं-कार्यकर्ताओं से दुर्व्यहार करने के आरोप लगाए हैं। रामगोविंद चौधरी ने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को गिरफ्तार कर औरैया जाने से रोका गया। उन्होंने राज्यपाल से कहा कि राज्य में लोकतांत्रिक संस्‍थाओं को परेशान किया जा रहा है और राज्य में कानून व्यवस्‍था भी चरमरा गई है। गौरतलब है कि यद्यपि विधानसभा में समाजवादी पार्टी के विधायक अपेक्षित संख्या में नहीं हैं, तथापि प्रतिपक्ष के रूपमें समाजवादी पार्टी सत्तापक्ष से कड़ा प्रतिरोध कर रही है।

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