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Thursday 24 August 2017 04:54:20 AM
मॉस्को/ नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय सैन्य संगीत समारोह 'स्पस्काया टॉवर' रूस और दुनिया के अन्य देशों के सर्वश्रेष्ठ म्यूज़िक बैंड की ऐसी परेड है, जो प्रतिवर्ष मॉस्को के लालचौक में आयोजित की जाती है। यह संगीत पर्व एक विशद आयोजन है, जिसमें सैन्य संगीतकार विश्व के विभिन्न देशों की सैन्य, राष्ट्रीय और कला आधारित विविध परंपराओं का प्रदर्शन करते हैं। प्रति वर्ष करीब 40 देश के 1500 से ज्यादा संगीतकार, सेनाओं से जुड़े लोग और कलाकार 'स्पस्काया टॉवर' में अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। यह उचित ही है कि इस पर्व को रूस के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में से एक माना जाता है, जिसे जन-सामान्य से शानदार समर्थन प्राप्त होता है। इस वर्ष आज से 3 सितंबर 2017 तक मास्को में 'स्पस्काया टॉवर' का आयोजन शुरू हो गया है। इस प्रतिष्ठित आयोजन में भाग लेने के लिए भारतीय सेना के तीनों अंगों के सम्मिलित बैंड को भी आमंत्रित किया गया है।
'स्पस्काया टॉवर' में तीनों सेनाओं के सम्मिलित बैंड की भागीदारी से भारत और रूस के सैन्यबलों के संबंध तो बेहतर होंगे ही, साथ ही यह भारतीय सेनाओं के बैंड की पेशेवर कुशलता का भी द्योतक है। जल, थल और वायुसेनाओं के इस सम्मिलित बैंड में 7 अधिकारी और 55 पीबीओआर शामिल हैं। बैंड की नौसेना टुकड़ी के 1 अधिकारी और 9 संगीत नाविकों के दल का नेतृत्व पूर्वी नौसेना कमांड के कमांड म्यूजिशियन ऑफिसर कमांडर सतीश के चैंपियन कर रहे हैं। इस आयोजन में भाग लेने के लिए भारत की तीनों सेनाओं का यह सम्मिलित बैंड नई दिल्ली से मॉस्को के लिए रवाना हो गया है। गौरतलब है कि वैसे भी भारत और रूस के गहरे सांस्कृतिक, सैनिक और पारस्परिक संबंध हैं, भारत-रूस में रक्षा संबंध तो जगजाहिर ही हैं, जिनमें दोनों देशों में चिरकाल से गहरा संबंध है।