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Sunday 17 September 2017 03:13:42 AM
हैदराबाद। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि महिलाएं परिवार, समुदाय और राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने इस संबंध में गांधीवादी विचारक और शिक्षाविद डॉ जेम्स इमेन्यल क्वागिर के उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि यदि आप एक पुरूष को शिक्षित करते हैं तो एक व्यक्ति को शिक्षित करते हैं, लेकिन यदि एक महिला को शिक्षित किया जाता है तो एक परिवार को शिक्षा प्राप्त होती है। उपराष्ट्रपति ने भारत सरकार की पहल स्किल इंडिया, ‘कुशल भारत-कौशल भारत’ के तहत हैदराबाद में क्षेत्रीय व्यवसायिक प्रशिक्षण संस्थान की आधारशिला रखते हुए यह बात कही। उपराष्ट्रपति ने कहा कि देश की जनसंख्या में लगभग 50 फीसदी महिलाएं हैं, महिलाओं को आर्थिक, राजनीतिक एवं प्रत्येक क्षेत्र में सशक्त किए जाने के लिए हर कदम उठाना चाहिए।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि वैदिक समय में महिलाओं को पूर्ण सम्मान दिया जाता था और आज भी हमारे यहां माँ लक्ष्मी धन-सम्पदा, माँ दुर्गा शक्ति और सरस्वती ज्ञान की देवी के रूपमें पूजी जाती हैं। उन्होंने कहा कि पुरातन समय में महिलाओं को जो सम्मानित दर्जा प्राप्त था, वो आज के आधुनिक युग में देखने को नहीं मिलता, इस कारण महिलाओं में साक्षरता की दर बहुत कम है और उनका सशक्तिकरण भी बहुत कम हुआ है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारतीयों में सहज रूपसे कौशल विद्यमान है, उद्यमिता के क्षेत्र में उनमे स्वभाविक क्षमताएं मौजूद हैं, इस समय उन्हें प्रशिक्षण दिए जाने और उनके कौशल को और उन्नत करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कुशल कार्मिकों की आवश्यकता विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ रही हैं, इसलिए सरकार, उद्योगों एवं स्वयंसेवी संगठनों को मिलकर ऐसे प्रशिक्षण संस्थान खोलने चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रशिक्षण एवं कौशल कार्यक्रम का महत्वपूर्ण उपादान यह है कि उससे सभी लाभांवित हो सकें।
एम वेंकैया नायडू ने कहा कि हैदराबाद में क्षेत्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान तेलंगाना में महिलाओं के लिए कौशल विकास के अवसर प्रदान करेगा। वेंकैया नायडू ने कहा कि हैदराबाद में क्षेत्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों सहित सभी सरकारी निकायों का कर्तव्य है कि वे समाज में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए हरसंभव कार्य करें। उन्होंने कहा कि मैं कौशल विकास एवं उद्यमियता मंत्रालय को इस महान कार्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने कहा कि कौशल विकास की जगह हम न केवल अपने देश और इसके उद्योगों को सुदृढ़ बनाएंगे, बल्कि विश्व में आर्थिक सशक्तिकरण में भी योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि आज विश्वभर में कुशल जनबल की भारी मांग है, हम अपना जनसांख्यिकी लाभांश प्राप्त कर सकते हैं और मांग और पूर्ति के बीच की दूरी को समाप्त कर सकते हैं। वेंकैया नायडू ने कहा कि आज देश में कुशल प्रशिक्षितों और अध्यापकों की भारी कमी है, आज देश में प्रशिक्षितों के प्रशिक्षण के लिए और द्वार खुले हैं।
केंद्रीय पेट्रोलियम गैस एवं कौशल विकास व उद्यमियता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि महिलाओं का कौशल प्रशिक्षण एवं सशक्तिकरण भारत सरकार की प्राथमिकताओं में एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जनबल में महिलाओं की भागीदारी से निश्चय ही हमारे देश के आर्थिक विकास को गति मिलेगी, इसके लिए हमें प्रत्येक राज्य में क्षेत्रीय व्यवसायिक प्रशिक्षण संस्थान स्थापित करने का लक्ष्य रखना होगा। उन्होंने बताया एमएसडीई इस समय देशभर में ऐसे 17 संस्थान चला रहा है। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से महिलाओं के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण 11 केंद्रीय सरकार के संस्थानों और राज्यों के 1408 महिला आईटीआई एवं सामान्य आईटीआई की महिला इकाईयों के जरिए प्रदान किया जा रहा है, इसके अतिरिक्त अधिकतर राज्यों में महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत सीटें आरक्षित की गई हैं। उन्होंने कहा कि देश में सभी राज्यों, विभागों एवं कौशल विकास से जुड़ें अन्य संस्थानों में इस दिशा में किए जा रहे योगदान को देखकर उन्हें हर्ष है।
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हैदराबाद के लोग विश्वभर की आवश्यकताओं को पूरा करने में अपना योगदान दे रहे हैं, इस संस्थान से भी शहर के विद्यार्थियों को आधुनिक युग की आवश्यकताओं के अनुरूप नया कौशल प्रशिक्षण प्राप्त होगा, इससे वे बेहतर जीवन यापन के लिए आर्थिक रूप से सुदृढ़ होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बंडारू दत्तात्रेय के दिशा-निर्देशों के जरिए हम रिकॉर्ड समय में यह सुविधा मुहैया कराने में सफल हुए हैं। उन्होंने हैदराबाद में क्षेत्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना में बंडारू दत्तात्रेय के योगदान के लिए धन्यवाद दिया। इस प्रशिक्षण संस्थान के निर्माण के लिए सक्षम प्राधिकरण ने 19,95,90,000 रुपए की धनराशि का अनुमोदन किया है। यह संस्थान एटीआई विद्या नगर परिसर के चार एकड़ क्षेत्र में फैला होगा। नए स्थाई भवन की स्थापना के बाद यहां प्रतिवर्ष लगभग एक हजार प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। यहां पर प्रतिवर्ष 480 महिलाएं शिल्पी प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं शिल्प प्रशिक्षक प्रशिक्षण योजना के सामान्य पाठ्यक्रमों में व्यवसायिक प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त 480 महिलाएं बाजार की मांग के अनुरूप अल्पावधि प्रशिक्षण कोर्स कर सकेंगी। संस्थान में फैशन डिजाइन एवं तकनोलॉजी, आर्किटेक्चुअरल असिस्टेंट, कॉस्मोटोलॉजी, फ्रंट ऑफिस असिस्टेंट, फूड्स व बेवरेजेस सर्विस असिस्टेंट, सेक्रिटेरीअल असिस्टेंट आदि कोर्स होंगे।
उपराष्ट्रपति ने समारोह स्थल से ही पांच प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्रों में प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों का ई-बटन दबाकर उद्घाटन किया और इन केंद्रों को देश के लोगों को समर्पित किया। हैदराबाद से आरंभ किए गए ये पांच प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र उत्तरप्रदेश के ऐटा, उत्तर प्रदेश के फूलपुर, मध्य प्रदेश के सिंग्रोली, उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और मध्य प्रदेश के धार में स्थित हैं। इस दौरान उपराष्ट्रपति ने प्रशिक्षण प्राप्तकर विभिन्न कंपनियों में प्रतिस्थापित उम्मीदवारों को प्रमाण-पत्र एवं पूर्व अभ्यास प्रमाण-पत्र प्रदान किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कौशल विकास एवं उद्यमियता एवं मंत्रालय राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के जरिए देश के प्रत्येक जिले में प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र स्थापित कर रहा है। समारोह में तेलंगाना के उप मुख्यमंत्री मोहम्मद महमूद अली, तेलंगाना के गृह, श्रम एवं रोज़गार मंत्री नैनी नरसिम्हा रेड्डी, पूर्व केंद्रीय श्रम एवं रोज़गार राज्यमंत्री एवं सांसद बंडारू दत्तात्रेय भी उपस्थित थे।