स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 22 February 2013 09:50:13 AM
नई दिल्ली। गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने आज संसद में हैदराबाद बम विस्फोट पर एक वक्तव्य दिया। उन्होंने विस्फोट में अपने परिजनों को खो देने वाले शोक संतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की और कहा कि सरकार इस तरह के कायरतापूर्ण आतंकी हमलों का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है, वह विस्फोट करने वाले अपराधियों और उनके आकाओं को पकड़ने का पूरा प्रयास करेगी तथा यह सुनिश्चित करेगी कि उन्हें कानून के मुताबिक सजा दी जाए।
उन्होंने घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया है कि 21 फरवरी, 2013 को हैदराबाद शहर के अतिव्यस्त इलाके दिलसुख नगर के एक स्थानीय बस स्टॉप और कैंटीन के पास दो बम धमाके हुए। ये दोनों स्थान एक दूसरे से 150 मीटर की दूरी पर स्थित हैं, जहां पहला बम विस्फोट शाम के 6.58 मिनट और दूसरा विस्फोट 7.01 मिनट पर हुआ। शुरूआती जांच से पता चला है कि दोनों स्थानों पर विस्फोट के लिए आईईडी का इस्तेमाल किया गया था, जो साइकिल पर लगाए गए थे। विस्फोट में 16 लोगों की मृत्यु हो गयी है और 117 लोग घायल हुए हैं, जिनमें 4 लोग अभी भी गंभीर रूप से घायल हैं।
गृहमंत्री ने बताया कि विस्फोट के तुरंत बाद राज्य सरकार ने आकस्मिक चिकित्सा दलों को तैनात किया और 25 एंबूलेंस गाड़ियां घायलों को अस्पताल पहुंचाने के काम में लगा दी गयीं। राज्य पुलिस और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की हैदराबाद इकाई तुरंत मौके पर पहुंची और उसने घेराबंदी करके सबूतों को जमा किया। राज्य फोरेंसिक दलों को भी काम में लगाया गया, ताकि अपराध स्थल से सबूत जमा किए जा सकें। महानिरीक्षक के नेतृत्व में एनआईए का एक दल और विस्फोट के बाद स्थिति की जांच करने वाले एनएसजी के एक दल को कल रात साढ़े नौ बजे एक विशेष विमान से दिल्ली से हैदराबाद भेजा गया था। ये दोनों दल साढ़े 11 बजे हैदराबाद पहुंच गए थे। इस संबंध में दो मुकदमें दर्ज किए गए हैं। पहला मुकदमा सीआर नंबर-14/2013 सरूरनगर पुलिस थाना, साइबराबाद और दूसरा मुकदमा सीआर नंबर-56/2013 मल्कपेट पुलिस थाना, हैदराबाद सिटी दर्ज किए गए। आंध्र प्रदेश पुलिस के साथ मिलकर एनआईए मामले की जांच करेगी।
उन्होंने बताया कि आज सुबह वे गृह सचिव एवं एनआईए के महानिदेशक के साथ हैदराबाद गए और राज्यपाल, मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव, पुलिस महानिदेशक, पुलिस आयुक्त और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की। घटना स्थल का दौरा किया और उसके बाद अस्पताल में घायलों से मिले। प्रधानमंत्री ने मृतकों के लिए दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50 हजार रुपये अनुग्रह राशि की घोषणा की है। राज्य सरकार ने भी मृतकों के लिए 6 लाख और घायलों के लिए 50 हजार से लेकर एक लाख रुपये तक की अनुग्रह राशि की घोषणा की है। इसके अलावा राज्य सरकार घायलों के उपचार का पूरा खर्च भी वहन करेगी, स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। प्रधानमंत्री ने हैदराबाद में हुए बम धमाकों की निंदा और शांति बनाए रखने की अपील की है। धमाकों में लोगों के मरने के प्रति दुःख जाहिर करते हुए उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों से आंध्र प्रदेश राज्य प्राधिकारियों को राहत ऑपरेशन में हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह एक कायरतापूर्ण हमला है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने भी हैदराबाद बम धमाके की निंदा की है। धमाकों में मारे गए निर्दोष लोगों के परिवार के प्रति उन्होंने गहरी संवेदना व्यक्त की है और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की है। उन्होंने मुश्किल की इस घड़ी में सभी नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है।