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Thursday 21 September 2017 11:40:08 AM
लखनऊ। आचार्य नरेंद्रदेव पुस्तकालय लखनऊ के तत्वावधान में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्मशताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आज पुस्तकालय भवन में जन्मशताब्दी कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें वक्ताओं ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय युग पुरुष थे, वो हमेशा कहा करते थे कि राष्ट्रवाद किसी भी देश की एकता और अखंडता के लिए अनिवार्य है। जन्मशताब्दी कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार श्याम कुमार ने की और कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय प्रकांड विद्वान एवं ईमानदारी की मिसाल थे, बल्कि उन्होंने एकात्म मानववाद के रूप में देश के सामने ऐसा दर्शन प्रस्तुत किया, जिसका अनुसरण करने से ही देश का वास्तविक कल्याण हो सकता है।
वरिष्ठ पत्रकार श्याम कुमार ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का 'एकात्म मानववाद' महात्मा गांधी के 'ग्राम स्वराज' की भांति ही आम जनता से जुड़ा हुआ विचार था, उनके अंत्योदय को एकात्म मानववाद का व्यवहारिक रूप माना जाना चाहिए, जिसका लक्ष्य अंतिम पायदान पर खड़े हुए गरीब व्यक्ति का कल्याण करना है। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने हिंदुत्व को संकुचित दायरे से निकालकर व्यापकरूप प्रदान किया, जिसमें हर धर्म के देशभक्त लोगों का समावेश है। इस अवसर पर विजय प्रताप सिंह, सालिग राम, संतोष कुमार, ऋषभ सिंह, शिवकुमार यादव, मेधा श्रीवास्तव, मुहम्मद हनीब, सलमान आदि वक्ताओं ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की सराहना की। कार्यक्रम का संचालन आचार्य नरेंद्रदेव पुस्तकालय की उप पुस्तकालयाध्यक्ष ज्योति कुमारी सिंह ने किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।