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Saturday 25 November 2017 02:21:33 AM
नई दिल्ली। पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और हंगेरियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने इंडो-हंगरी बिज़नेस इनवेस्टमेंट फोरम की स्थापना के बाद एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, जो दोनों के बीच व्यापार और आर्थिक संबंधों को बढ़ाने का काम करेंगे। समझौते का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार साझेदारी के संवर्धन और विकास के लिए पूरक संभावनाओं की पहचान करना है। समझौता ज्ञापन पर दोनों संगठनों के उपाध्यक्ष डीके अग्रवाल और अंडास रेव ने भारत में हंगरी के राजदूत ग्यूला पैतो की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर यूरोप के अंतरराष्ट्रीय मामलों की समिति और पीएचडी चैंबर के अध्यक्ष मोहित जैन, कला और संस्कृति समिति पीएचडी चैंबर के अध्यक्ष संदीप मारवा और महासचिव एवं महानिदेशक सौरभ सान्याल और योगेश श्रीवास्तव उपस्थित थे।
बिज़नेस इनवेस्टमेंट फोरम एक दूसरे देश में व्यापार के अवसर तलाशने और आईटी, फार्मास्यूटिकल्स, विद्युत उपकरण, ऑटो घटक और खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में व्यापार और संयुक्त उपक्रमों के बेहतर चैनलों का पता लगाने का उत्कृष्ट अवसर प्रदान करेगा। समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के बाद डीके अग्रवाल ने जोर देकर कहा कि भारत और हंगरी दोनों को आर्थिक और व्यावसायिक सहयोग के विकास और विविधीकरण की पहचान करने और दोनों को समान रूप से पारस्परिक रूप से लाभप्रद आधार पर लाने की जरूरत है। हंगरी के भारत में राजदूत ग्यूला पैतो ने कहा कि इससे भारत और हंगरी के बीच व्यापार संबंधों को बढ़ावा मिलेगा और व्यावसायिक विवादों को सुलझाने में मदद मिलेगी, जोकि आर्थिक और औद्योगिक संबंधों से उत्पन्न होते हैं और जोकि मध्यस्थता के तरीकों के साथ भारत और हंगरी के व्यक्तियों के बीच कानूनी और प्राकृतिक रूपसे सौहार्दपूर्ण हैं। संदीप मारवा ने हंगरीई कला और संस्कृति की सराहना की और कहा कि पीएचडी चैंबर कला और संस्कृति के क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए हंगरी को एक प्रतिनिधिमंडल भेजेगा।