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Thursday 30 November 2017 05:35:30 AM
नई दिल्ली। संयुक्त गणराज्य में भारतीय कॉरपोरेट्स, एनआरआई और पीआईओज़ ने नमामि गंगे अभियान के तहत ही घाटों, नदियों के अहातों, श्मशान घाटों और पार्कों जैसी सुविधाएं जुटाने के लिए 5 बिलियन डॉलर से भी अधिक देने का विनिश्चय किया है। लंदन में कल एक रोड शो में भारत सरकार के जल संसाधन, नदी विकास, गंगा पुर्नरुद्धार, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा नौवहन मंत्री नितिन गडकरी ने व्यावसायिक अग्रणियों से गंगा सफाई अभियान में भाग लेने का निवेदन किया है। रोड शो का आयोजन गंगा सफाई राष्ट्रीय अभियान तथा संयुक्त गणराज्य में भारतीय उच्च आयोग ने किया था।
कई महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों पर जिन्होंने हस्ताक्षर किए हैं, उनमें पटना में गंगा नदी पर घाटों और सुविधाओं हेतु वेदांता समूह के अनिल अग्रवाल, कानपुर के लिए फोरसाइट समूह के रवि मल्होत्रा, हरिद्वार के लिए हिंदुजा समूह, कोलकाता के लिए इंडो रामा समूह के श्रीप्रकाश लोहिया शामिल हैं। परियोजनाओं का विकास, निर्माण तथा परिचालन ये कॉरपोरेट्स अपने सीएसआर कार्यकलापों के अंतर्गत करेंगे। लंदन वाटर केल्टिक रेनुएबल्स, मेडिफार्म, एनएचवी प्रौद्योगिकियां और अरकाताप सहित कई कंपनियों के साथ नदी सफाई हेतु नवीन प्रौद्योगिकियों के लिए समझौता ज्ञापनों पर भी हस्ताक्षर किए गए। इनके अलावा बहुत सी कंपनियों और व्यक्तियों ने 200 से अधिक परियोजनाओं की सूची में से, जिनके लिए निजी धन जुटाने की मांग की गई थी, कुछ परियोजनाएं अपने हाथ में लेने की सहमति दी।
घाटों, श्मशान घाटों, जलाशयों, पार्कों, स्वच्छता सुविधाओं, जन सुविधाओं और नदी अहातों के विकास की, जिनके लिए अधिक धनराशि की आवश्यकता है, 10 हजार करोड़ रूपये से भी अधिक की परियोजनाएं हैं। करीब 2500 करोड रूपये से भी अधिक की परियोजनाएं हैं, जिनके लिए निजी स्रोतों से धन जुटाने की आवश्यकता है, एक पुस्तिका के रूप में भी प्रकाशित की गई हैं और स्वच्छ गंगा राष्ट्रीय अभियान की वेबसाइट पर ई-बुकलेट के रूप में भी उपलब्ध हैं। सरकार व्यापारिक समुदाय से निवेदन कर रही है कि वे अपनी इच्छा की परियोजनाओं में धन लगाकर नदी सफाई के नमामि गंगे अभियान में योगदान दें।