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Sunday 10 December 2017 06:59:49 AM
गांधीनगर (गुजरात)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज गुजरात प्रदेश भाजपा कार्यालय श्री कमलम में मीडिया के सामने राज्य की जनता से अपील की है कि वह कांग्रेस की वोटबैंक और तुष्टीकरण की राजनीति एवं समाज में ज़हर फैलाने के षडयंत्र के प्रति सावधान रहकर मतदान करे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी विकासवाद पर गुजरात विधानसभा चुनाव लड़ रही है, जबकि कांग्रेस ज़हर फैलाकर समाज को बांटते हुए यह चुनाव लड़ रही है। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने गुजरात चुनाव 2017 के लिए पहले जातिवाद की नींव डाली, उसके बाद कांग्रेस के होने वाले अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंदिर-मंदिर जाना शुरू किया और जब प्रथम चरण के दो-तीन दिन पूर्व कांग्रेस को स्पष्ट रूप से हार दिखाई देने लगी, तब कांग्रेस ने तुष्टीकरण की राजनीति की ओर रुख कर लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश में तुष्टीकरण की राजनीति की जनक है और कांग्रेस के नेताओं ने वोटबैंक की राजनीति को मजबूत करने के लिए कई बार राष्ट्र के हितों को और सार्वजनिक जीवन के मूल्यों को भी ताक पर रखा है, जिसके एक नहीं अनेक उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में भी पहले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री पद की गरिमा को भुलाते हुए अभद्र भाषा का उपयोग किया और अब एक टीवी चैनल के डिबेट प्रोग्राम में कांग्रेस के पैनलिस्ट और मुंबई कांग्रेस के उपाध्यक्ष चरण सिंह सपरा ने कहा कि 2002 के दंगों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जामा मस्जिद में जाकर माफी मांगनी चाहिए।
अमित शाह ने कहा कि पूरा देश जानता है कि 2002 के दंगों में कांग्रेस से प्रेरित एनजीओ ने जितने भी फर्जी मामले लगाए थे, सभी मामलों में कहीं पर भी मोदीजी पर कोई आरोप नहीं टिका है, फिर भी वोटबैंक के कंसोलिडेशन के लिए वोटबैंक को एकत्रित करने के लिए 2017 में 2002 के दंगों के लिए जामा मस्जिद के अंदर जाकर प्रधानमंत्री को माफी मांगने के लिए कहना, इससे बड़ा तुष्टीकरण का उदाहरण कोई हो नहीं सकता। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मुझे लगता है कि कांग्रेस ने पहले से ही तय कर लिया होगा कि चुनाव को अंत में वोटबैंक और तुष्टीकरण की राजनीति की ओर ही लेकर जाना है, इसीलिए जब उसने बनासकांठा जिले के टिकटों का बंटवारा किया तो उस वक्त वडगांव एसेंबली की सीट पर अपना प्रत्याशी खड़ा नहीं किया और निर्दलीय प्रत्याशी जिग्नेश मेवाणी को समर्थन देने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि चुनाव के शुरुआती प्रचार में जिग्नेश मेवाणी के साथ राहुल गांधी की मीटिंग की भी ख़बरें आईं और अब जिग्नेश मेवाणी की पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया के एक आउटफिट से फंड प्राप्त करती तस्वीरें भी वायरल हुई हैं, इसे भी एक चैनल ने दिखाया है। अमित शाह ने कहा कि पूरा देश जानता है कि पीएफआई देश-विरोधी गतिविधियों में लिप्त है और इसपर आइएसआइएस के लिए लोगों को तैयार करने के आरोप हैं, एक अब्दुल जलील करके उनके कार्यकर्ता को एनआईए ने पकड़ा भी है, केरल के प्रोफ़ेसर जोसेफ का हाथ काटने के लिए इसेही जिम्मेदार माना गया है और एक चैनल ने लव जिहाद वाले मामले में भी जब स्टिंग किया, तब इनकी बहुत सारी देशविरोधी अंदरूनी बातें सामने आई थीं। उन्होंने कहा कि जिसपर इतने गंभीर आरोप हैं और जिनका इस संगठन के साथ रिश्ता है, उनसे राहुल गांधी स्वयं मिलते हैं और कांग्रेस अपनी एक सीट जिग्नेश मेवाणी के लिए छोड़ देती है।
अमित शाह ने कहा कि वोटबैंक कंसोलिडेशन का इससे बड़ा उदाहरण कोई और हो नहीं सकता। उन्होंने कहा कि इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि कांग्रेस को पहले से मालूम था कि जिग्नेश मेवाणी के पीएफआई के आउटफिट से रिश्ते हैं, वरना जिग्नेश मेवाणी को कांग्रेस के सिंबल पर ही लड़ाया जाता, इसलिए कांग्रेस के सिंबल पर न लड़ाते हुए उसके लिए सीट छोड़कर एक प्रकार से तुष्टीकरण का संदेश देने का काम किया गया है। अमित शाह ने कहा कि अभी-अभी जो तथ्य सामने आए हैं, उनके अनुसार पाकिस्तान के हाई कमिश्नर के साथ देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, देश के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और मणिशंकर अय्यर की बहुत लंबी मीटिंग हुई है, जिसका मतलब मैं नहीं जानता कि कांग्रेस गुजरात के मतदाताओं में क्या संदेश देना चाहती है? उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस प्रकार के सभी प्रयासों का पुरजोर विरोध करती है। कांग्रेस पर करारा प्रहार करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सलमान निजामी जो कि कश्मीर की आजादी के लिए कटिबद्ध है, जो कहता है कि हर घर में अफजल पैदा होंगे, इस प्रकार के व्यक्ति को गुजरात के चुनाव प्रचार में उतारना वोटबैंक को कंसोलिडेट करना है। उन्होंने कहा कि गुजरात की जनता कांग्रेस के इन सभी षड्यंत्रों से भलीभांति अवगत है, इसलिए मैं गुजरात की जनता से अपील करना चाहता हूं कि वह इसको जाने और मतदान करते वक्त इसका भी संज्ञान ले। उन्होंने कहा कि गुजरात शांत है, सलामत है, यह एक सरहदी राज्य है, इसकी सुरक्षा से सभी गुजराती चिंतित है, इसलिए गुजरात की जनता को इसका संज्ञान लेना चाहिए।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जहां तक भाजपा का सवाल है, यह सिर्फ और सिर्फ विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है, हमने हमारे विकास के एजेंडे को गुजरात की जनता के सामने रखा है। उन्होंने कहा कि गुजरात में 1995 से पहले के कांग्रेस शासन और 1995 के बाद अब तक की भारतीय जनता पार्टी सरकार की तुलना करें तो यह स्पष्ट हो जाता है कि गुजरात ने हर क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित किये हैं चाहे वह ईज ऑफ़ डूइंग बिजनेस की बात हो, विकास दर को लगातार तेज बनाए रखने की बात हो, कृषि उत्पादन की बात हो, लोगों की प्रति व्यक्ति आय की बात हो या फिर इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की बात हो। उन्होंने कहा कि पहले मुख्यमंत्री और अब प्रधानमंत्री नरेंद्रभाई मोदी के नेतृत्व में गुजरात ने विकास की नई कहानी लिखी है और देश की राजनीति को पॉलिटिक्स ऑफ़ डेवलपमेंट और पॉलिटिक्स ऑफ़ परफॉरमेंस पर केंद्रित किया है। उन्होंने कहा कि विकास को हर गांव तक, हर घर तक पहुंचाने का हमारा जो ट्रैक रिकॉर्ड है, उसीके आधार पर हम इस चुनाव मैदान में हैं। उन्होंने कहा कि मैं फिर से एक बार गुजरात की जनता से अपील करना चाहूंगा कि कांग्रेस ने चुनाव के ऐन मौके पर दूसरे चरण के मतदान के दो दिन पहले और प्रथम चरण के मतदान के चार दिन पूर्व जिस तरह से वोटबैंक और तुष्टीकरण की पॉलिटिक्स की शुरुआत की है, इसको गुजरात की जनता नकार दे।