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Saturday 23 December 2017 04:37:49 AM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि किसानों की खुशहाली के बिना राज्य का विकास संभव नहीं है, इसीलिए राज्य सरकार ने किसानों के हित में अनेक फैसले लिए हैं। उन्होंने कहा कि जब किसानों की आर्थिक स्थित मजबूत होगी तो देश स्वतः ही विकास की राह पर आ जाएगा, इसके दृष्टिगत भाजपा सरकार ने किसानों को लगभग 70 हजार करोड़ रुपये की प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष मदद देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि किसानों की आर्थिक तरक्की सुनिश्चित करने के लिए उन्हें शून्य लागत वाली ऋषि परंपरा की कृषि को बढ़ावा देना होगा, जिसमें गोवंश के माध्यम से खेती की उर्वराशक्ति को अक्षुण्ण बनाए रखते हुए अधिक से अधिक उत्पादन के तौरतरीके से खेती को विकसित किया जाना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधानभवन प्रांगण में भारत के प्रधानमंत्री रहे चौधरी चरण सिंह के 115वें जन्मदिवस पर आयोजित ‘किसान सम्मान दिवस’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने चौधरी चरण सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गेहूं, चना, मटर, मसूर तथा राई, सरसों, धान, मक्का, अरहर, उर्द तथा सोयाबीन की फसलों में प्रति हेक्टेयर उच्च उत्पादकता प्राप्त करने वाले 33 किसानों को फसलवार क्रमशः प्रथम पुरस्कार के लिए 1 लाख रुपये, द्वितीय पुरस्कार के लिए 75 हजार रुपये तथा तृतीय पुरस्कार के लिए 50 हजार रुपये, एक शॉल, प्रशस्ति-पत्र एवं पुस्तक देकर सम्मानित किया। उन्होंने बताया कि ‘किसान सम्मान दिवस’ पर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कुल 6,538 किसानों को भी सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने कृषिमंत्री का आह्वान किया कि वे प्रत्येक जनपद में इन प्रेरक किसानों की गोष्ठी का आयोजन कराएं, जिससे वहां के कृषक भी इसका लाभ उठा सकें। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों के उत्थान और उन्नयन के लिए संकल्पित है, कृषि को बढ़ावा देकर ही भारत जैसे कृषि प्रधान देश में रोज़गार का सृजन किया जा सकता है और सरकार की योजनाओं को सहभागी बनाने के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम आवश्यक हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसान चुनौतियों का सामना करते हुए ईमानदारी से काम करता है, तभी देश के लोगों को खाद्यान्न मिल पाता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि किसान की निर्भरता प्रकृति पर ही न रहे, बल्कि उनतक कृत्रिम तरीकों से भी लाभ पहुंच सके, इसके दृष्टिगत राज्य सरकार ने किसानों को सिंचाई सहित बीज, खाद व अन्य आवश्यक सामग्री समय पर उपलब्ध कराने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश प्रगति कर रहा है, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के माध्यम से आपदा की स्थिति में किसानों को मुआवजा भी दिया जा रहा है, किसानों को हितों के लिए स्वायल टेस्ट लैब खोले गए हैं, जिससे भूमि की सेहत के विषय में जानकारी प्राप्त हो सकेगी, यह विधि कृषि उत्पादन को बढ़ाने और लागत को कम करने में मददगार साबित होगी।
उत्तर प्रदेश सरकार में कृषिमंत्री सूर्यप्रताप शाही ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और कहा कि किसानों की खुशहाली से ही देश खुशहाल हो सकता है। उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह के प्रयासों से ही जमींदारी व्यवस्था समाप्त हो सकी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसानों की आय बढ़ाने को लेकर काफी गंभीर है। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री से प्रथम पुरस्कार प्राप्त करने वाले किसानों में विजय भान सिंह, सुरेंद्र यादव, प्रिया, नंदकिशोर वर्मा, कोमल देवी, परितोष, सुरेंद्र सिंह, ओम प्रकाश, बालीराम, सुमन और प्रमिला देवी शामिल थीं। इस अवसर पर मंत्रिमंडल के सदस्य, कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, किसान और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।