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Sunday 31 December 2017 07:46:45 AM
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' सुनकर आज महिलाओं के उत्साह का ठिकाना न रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस वर्ष का 'मन की बात' का यह अंतिम संबोधन था, जिसे बड़ी संख्या में एक साथ मौजूद महिलाओं ने बड़े ध्यान से सुना। प्रधानमंत्री का यह संबोधन महिलाओं के लिए इसलिए भी खास रहा, क्योंकि प्रधानमंत्री ने इसमें देश की मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से मुक्ति प्रदान करने का ज़िक्र किया है। गौरतलब है कि केंद्र में भाजपा सरकार ने इसी हफ्ते लोकसभा में मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से आज़ादी देनेवाला और उनके मानसम्मान एवं स्वाभिमान को बढ़ाने वाला कानून पारित किया है, जो राज्यसभा में पारित हो जाने के बाद कानून बन जाएगा, जिसके अंतर्गत किसी भी मुस्लिम महिला को एकबार में तीन तलाक दे देना संभव नहीं होगा, बल्कि यह दंडनीय अपराध होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' सुनकर महिलाओं में गर्व का एहसास प्रकट हुआ और उन्होंने एक स्वर में कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार देश में महिला सशक्तिकरण के लिए अनुकरणीय और ऐतिहासिक कार्य कर रही है। देहरादून में शहर के बीचोबीच बिंदाल बस्ती में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' सुनने के लिए आज बड़ी संख्या में महिलाएं एकत्र हुईं। इसका प्रसारण टीवी चैनलों पर भी हो रहा था। कार्यक्रम में उत्तराखंड प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष नीलम सहगल ने महिलाओं से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों की पढ़ाई पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने इस अवसर पर उत्तराखंड की सभी महिलाओं को नववर्ष की बधाई और शुभकामनाएं दीं।
'मन की बात' में मौजूद महिलाओं ने प्रधानमंत्री के विभिन्न विषयों पर विचार सुने। 'मन की बात' चौपाल पर बच्चों एवं महिलाओं को खान-पान की वस्तुएं वितरित की गईं। कार्यक्रम में मौजूद अनेक महिलाओं ने भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष नीलम सहगल को अपने मन की बात यानी व्यथा-कथा भी सुनाई, जिनके समाधान के लिए नीलम सहगल ने प्राथमिकता देकर सरकार से त्वरित आवश्यक कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया। 'मन की बात' श्रवण कार्यक्रम में महानगर भाजपा अध्यक्ष बृजलेश गुप्ता, भाजपा महानगर मंत्री तृप्ति उनियाल थापा, रिंकी कपूर, सुशीला देवी एवं बस्ती की महिलाएं मौजूद थीं।