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Saturday 6 January 2018 04:35:40 AM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में डॉ अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में नीति आयोग के एक सम्मेलन में कलेक्टरों एवं आकांक्षापूर्ण जिलों के प्रभारी अधिकारियों से मुलाकात की। यह समारोह 2022 तक भारत के कायाकल्प के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप था। प्रधानमंत्री ने केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में अब बेशुमार क्षमता, असीमित संभावनाएं तथा अनंत अवसर हैं। उन्होंने व्यवसाय सुगमता में बेहतरी का भी जिक्र किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ क्षेत्रों का अपेक्षाकृत पिछड़ापन उन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के प्रति अन्याय है। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय विषमताओं को हमेशा बढ़ते जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 115 जिलों के त्वरित कायाकल्प के लिए एक बड़ी नीतिगत पहल आरंभ की है, जो विकास के विशिष्ट मानकों पर पिछड़ रहे हैं, इस परिप्रेक्ष्य में 115 पिछड़े जिलों के विकास का यह प्रयास बाबासाहब डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर के विजन के अनुरूप है, जिन्होंने वंचित लोगों के उत्थान की दिशा में अनुकरणीय कार्य किए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि डॉ अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र पर यह पहला आधिकारिक कार्यक्रम है और इसलिए इसका विशिष्ट महत्व है। इस दौरान अधिकारियों के छह समूहों ने पोषण, शिक्षा, मूलभूत अवसंरचना, कृषि एवं जल संसाधन, वामपंथ उग्रवाद के उन्मूलन, वित्तीय समावेश और कौशल विकास की थीमों पर प्रस्तुतियां दीं। प्रधानमंत्री ने जनधन योजना, शौचालयों के निर्माण एवं ग्रामीण विद्युतीकरण जैसे उदाहरण देते हुए कहा कि अगर हम दृढ़ता से संकल्प करें तो हमारे देश में कुछ भी असंभव नहीं है। उन्होंने मृदा परीक्षण जैसी पूरी तरह से नई पहलों के क्षेत्र में अर्जित की जा रही सफलताओं का भी उदाहरण दिया।