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Tuesday 23 January 2018 05:20:12 AM
लखनऊ। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुभाष चौराहा पार्क में एक कार्यक्रम में नेताजी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पितकर उन्हें नमन किया। राज्यपाल राम नाईक ने भारत की आज़ादी में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के उल्लेखनीय योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नेताजी की जयंती हम सभीको देशभक्ति का स्मरण कराती है, उन्होंने तत्कालीन आईसीएस की परीक्षा पास की थी, किंतु अंग्रेज शासकों की सेवा करना उन्हें मंजूर नहीं था, इसलिए उन्होंने आईसीएस जैसी नौकरी को त्यागकर अपने देश की आजादी के लिए संघर्ष करने का रास्ता चुना और उनका आज़ाद हिंद फौज का गठन स्वतंत्रता आंदोलन के सर्वाधिक महत्वपूर्ण अध्यायों में से एक है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर देशभर में विद्यालयों, उच्च शिक्षा संस्थानों जैसे अन्य युवा संगठनों ने कई प्रेरक कार्यक्रमों और गोष्ठियों का आयोजन किया, जिसमें भारत की आज़ादी और युवाओं में नेताजी के उत्साहिक और प्रेरणाप्रद संस्मरणों का उल्लेख किया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश की आज़ादी में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस का त्याग और बलिदान हम सभी को हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। उन्होंने कहा कि नेताजी का मानना था कि आज़ादी भीख मांगने से नहीं मिलेगी, बल्कि क्रांतिकारियों के शौर्य और संघर्ष से ही मिलेगी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नेताजी ने स्वाधीनता की जो अलख जगाई और ‘दिल्ली चलो’ का नारा दिया, इससे ब्रिटिश हुकूमत हिल गई थी। उन्होंने कहा कि नौजवानों को प्रेरित करने वाला उनका नारा ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा’ आज भी हमें प्रेरणा देता है। कार्यक्रम की शुरूआत आज़ाद हिंद फौज के प्रसिद्ध गीत ‘कदम-कदम बढ़ाए जा’ से हुई। इस अवसर पर योगी सरकार में विधायी एवं न्यायमंत्री बृजेश पाठक, लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, प्रमुख सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसपी सिंह, लखनऊ मेट्रो के एमडी कुमार केशव और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।