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Sunday 28 January 2018 04:13:47 AM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक से राजभवन में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के अंतर्गत लखनऊ विश्वविद्यालय एवं पुणे विश्वविद्यालय के छात्रों के एक दल ने संयुक्त रूपसे भेंट की। राज्यपाल ने भेंट के दौरान कहा कि भारत श्रेष्ठ था, भारत श्रेष्ठ है और भारत श्रेष्ठ रहेगा। उन्होंने कहा कि भारत देश को आजाद कराने में अनगिनत लोगों का त्याग और बलिदान शामिल है और आज भी देश को सुरक्षित रखने के लिए सरहद पर हमारे सैनिक बलिदान देते हैं। उन्होंने कहा कि देश को आगे ले जाने के लिए तय करना होगा कि हमारी आजादी का लक्ष्य क्या है। उन्होंने कहा कि यूएनओ के योग और कुम्भ को महत्व देना यह बताता है कि भारत पूरे विश्व में श्रेष्ठ है। राज्यपाल ने कहा कि जाति एवं धर्म के आधार पर भेदभाव से देश का नुकसान होता है, हमारी एकता और सौहार्द हमें श्रेष्ठ बनाता है, हमें अपनी श्रेष्ठ परंपरा को बनाए रखते हुए देश को आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि प्रबुद्धजन इस पर सम्यक विचार करें।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय एवं पुणे विश्वविद्यालय के छात्रों का एक साथ यहां आना अपने आपमें महत्वपूर्ण है और उनका यह भ्रमण कार्यक्रम गत 30 दिसंबर को उत्तर प्रदेश एवं महाराष्ट्र के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए हुए एमओयू की एक व्यावहारिक कड़ी है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र का पुराना रिश्ता है, भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय के संस्थापक विष्णु नारायण भातखंडे मराठी भाषी थे। उन्होंने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय में छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा इस बात की द्योतक है कि शिवाजी केवल महाराष्ट्र केही नहीं, बल्कि पूरे देश के हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को आर्थिक राजधानी बनाने में उत्तर भारतीयों का महत्वपूर्ण योगदान है। राज्यपाल ने छात्रों को गंभीरता से शिक्षा एवं स्वास्थ्य पर ध्यान देने की बात कही। उन्होंने उत्तर प्रदेश की विशेषता बताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा प्रदेश है, जहां से लोकसभा में 80 सांसद चुनकर जाते हैं, प्रदेश ने अब तक देश को 9 प्रधानमंत्री दिए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने 1857 से लेकर 1947 तक देश को आजाद कराने में अग्रणी भूमिका निभाई है। राज्यपाल ने छात्रों को राजभवन, राज्यपाल के दायित्व और अपने लंबे राजनैतिक जीवन के बारे में भी बताया।
गौरतलब है कि पुणे विश्वविद्यालय के छात्रों का यह दल 24 जनवरी को लखनऊ आया था, जिसने लखनऊ में उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस, 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस में सहभाग किया और अपनी प्रस्तुति भी दी। छात्रों ने लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसपी सिंह, भातखंडे संगीत संस्थान सम विश्वविद्यालय की कुलपति श्रुति सडोलीकर काटकर से भी भेंट की। इस दल ने 1090, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय और लखनऊ की अन्य ऐतिहासिक धरोहरों का भी भ्रमण किया। लखनऊ विश्वविद्यालय की ओर से डॉ अलका मिश्रा और पुणे विश्वविद्यालय की ओर से डॉ वैशाली दल की प्रभारी थीं। इस अवसर पर राजभवन के अधिकारी भी उपस्थित थे।