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Wednesday 31 January 2018 04:05:39 AM
लखनऊ। भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त सर डोमेनिक अस्क्विथ ने राज्यपाल राम नाईक से शिष्टाचारिक भेंट की। राज्यपाल ने उच्चायुक्त सर डोमेनिक अस्क्विथ के साथ उत्तर प्रदेश के संदर्भ में बात करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उत्तर प्रदेश में निवेश बढ़ाने की दृष्टि से 21-22 फरवरी 2018 को इंवेस्टर्स समिट का आयोजन करने जा रही है, जिसकी तैयारियां जोरों पर हैं। उन्होंने कहा कि ऊर्जा एवं सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में निवेश प्रदेश को और भी आगे बढ़ा सकता है। उन्होंने कहा कि केवल तीन देश चीन, अमेरिका एवं इंडोनेशिया ही आबादी की दृष्टि से उत्तर प्रदेश से बड़े हैं और बड़ी आबादी के कारण उद्योग धंधों को शिक्षित एवं कुशल मानव संसाधन आसानी से उपलब्ध हो सकते हैं।
राज्यपाल राम नाईक ने ब्रिटेन के उच्चायुक्त से कहा कि उत्तर प्रदेश मूलतः कृषि प्रधान प्रदेश है, जहां अनेक प्रकार की फसल होती हैं, लेकिन यहां भौगोलिक विविधता के आधार पर अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग कृषि उत्पाद की भी संभावना बहुत है। उन्होंने कहा कि यहां अनेक नदियों के कारण सिंचाई के संसाधन भी उपलब्ध हैं। राज्यपाल ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार के आपसी समन्वय से किसानों के लिए अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं लागू की गई हैं। उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर नए शोधों एवं अनुसंधानों को भारत में कैसे उपयोग किया जा सकता है, इसपर विचार करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन कृषि के क्षेत्र में भी उत्तर प्रदेश में निवेश कर सकता है। राज्यपाल ने उच्चायुक्त सर डोमेनिक अस्क्विथ को पुस्तक ‘चरैवेति! चरैवेति!!’ और ‘बर्ड्स आफ राजभवन’ की प्रतियां भी भेंट की। इस अवसर पर राज्यपाल की प्रमुख सचिव जूथिका पाटणकर भी उपस्थित थीं।