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Saturday 3 February 2018 04:04:53 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों के मंत्री अरुण जेटली ने लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों के लिए क्रिसिल और सिडबी के संयुक्त रूपसे विकसित भारत का पहला सेंटीमेंट इंडेक्स 'क्रिसिडेक्स' लॉंच किया। वित्तमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि लघु, मध्यम एवं सूक्ष्म उद्योगों की भूमिका अर्थव्यवस्था में बेहद महत्वपूर्ण है और केंद्र सरकार के प्रयासों की वजह से इस क्षेत्र का औपचारिक अर्थव्यवस्था के साथ एकीकरण बढ़ा है। उन्होंने बताया कि क्रिसिडेक्स एक सम्मिश्रित इंडेक्स है, जिसे 8 अलग-अलग सूचकांकों को मिलाकर तैयार किया गया है और यह लघु एवं मध्यम क्षेत्र के बारे में व्यापारिक सोच को 0 यानी बिलकुल ही नकारात्मक से 200 यानी पूर्ण रूपसे सकारात्मक के पैमाने पर मापता है और नवंबर-दिसंबर 2017 में 1100 लघु एवं मध्यम इकाइयों से मिली जानकारी के आधार पर इन मानकों को तय किया गया था।
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि क्रिसिडेक्स में दो सूचकांक होंगे, एक उस 'तिमाही' के लिए होगा, जिसमें कि सर्वेक्षण किया जाएगा, जबकि दूसरा 'अगली तिमाही' के लिए होगा, लेकिन दूसरे सूचकांक को कई चरणों में सर्वे करने के बाद मिले आंकड़ों के आधार पर विकसित किया जाएगा, जोकि समय निरपेक्ष श्रृंखला के आंकड़े मुहैया कराएगा। उन्होंने कहा कि क्रिसिडेक्स का एक अहम फायदा यह होगा कि इससे मिली जानकारी किसी संभावित कठिनाई और उत्पादन श्रृंखला में परिवर्तन के बारे में सूचना देगी, जिससे बाज़ार की कार्यकुशलता बढ़ेगी, इसके अलावा आयातकों और निर्यातकों की सोच के बारे में जानकारी जुटाकर यह विदेशी व्यापार के बारे में कदम उठाने के लिए जरूरी संकेत भी मुहैया कराएगा।
अरुण जेटली ने कहा कि रोज़गार सृजन में लघु, मध्यम और सूक्ष्म उद्योग क्षेत्र की अहम भूमिका है, यह क्षेत्र अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है, यह क्षेत्र देश में रोज़गार मुहैया कराने वाले सबसे बड़े क्षेत्रों में से एक है और विशाल जनसंख्या के लिए जहां पर सरकारी क्षेत्र और विशाल उद्योगों में रोज़गार की सीमित संभावना है, वहां पर यह एक ऐसा क्षेत्र है, जहां न केवल लोग अपनी उद्यमशीलता का प्रदर्शन कर उपयोगिता बढ़ाने की प्रक्रिया का एक हिस्सा बनते हैं, बल्कि इस प्रक्रिया के दौरान रोज़गार प्रदाता भी बन जाते हैं और यही वजह है कि विनिर्माण क्षेत्र और व्यापार के क्षेत्र में सबसे ज्यादा नौकरियां इसी सेक्टर में पैदा होती हैं।
वित्तमंत्री ने कहा कि इन दो वर्ष में बुनियादी सुधारों की एक श्रृंखला से गुजरने के बाद अर्थव्यवस्था में एकीकरण का दौर चल रहा है और इस एकीकरण के दौर में भी इसका नेतृत्व लघु, मध्यम और सूक्ष्म उद्योग क्षेत्र ही करेगा। आर्थिक मामलों के विभाग में सचिव एससी गर्ग, वित्तीय सेवा विभाग के सचिव राजीव कुमार, सचिव एमएसएमई अरुण कुमार पांडा, सिडबी के अध्यक्ष मोहम्मद मुस्तफा एवं क्रिसिल की प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशु सुयश ने भी कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त किए और इस दौर में एमएसएमई क्षेत्र के लिए क्रिसिडेक्स के महत्व पर प्रकाश डाला।