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Tuesday 27 February 2018 01:24:42 PM
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने केंद्रीय श्रम और रोज़गार राज्यमंत्री संतोष कुमार गंगवार की उपस्थित में 338 श्रमिकों को प्रधानमंत्री श्रम सम्मान प्रदान किए। उपराष्ट्रपति ने वर्ष 2011, 2012, 2013, 2014, 2015 और 2016 के लिए 194 प्रतिष्ठित सम्मान नई दिल्ली में एक समारोह में प्रदान किए। सम्मान प्राप्तकर्ताओं में केंद्र और राज्य सरकारों के कम से कम 500 श्रमिकों वाले सार्वजनिक उपक्रम और निजी इकाइयों में काम करने वाले श्रमिक शामिल हैं। ये सम्मान अपनी ड्यूटी के प्रति पूरी निष्ठा रखने वाले तथा उत्पादकता, सुरक्षा, गुणवत्ता, नवाचार क्षमता और संसाधनों के संरक्षण के प्रति उत्कृष्ट प्रदर्शन करने तथा असाधारण साहस का परिचय देने वाले श्रमिकों को दिए गए। ये सम्मान उन श्रमिकों को भी दिया गया, जिन्होंने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए जान को जोखिम में डाला या फिर प्राणों की आहूति देकर सर्वोच्च बलिदान दिया।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने इस अवसर पर कहा कि भारत और भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया के लिए उम्मीद की किरण है। उन्होंने कहा कि यह परिदृश्य एक ओर जहां लुभावना है तो वहीं चुनौतियों से भरा भी है, क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था बहुत तेज़ी से बढ़ रही है। वेंकैया नायडू ने कहा कि देश के लाखों श्रमिकों का श्रमबल अर्थव्यवस्था के पहिये को गतिशील बनाए रखने के लिए रात-दिन काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह समारोह सही मायने में जीडीपी का उत्सव है। उन्होंने कहा कि मेरे कहने का अर्थ यह है कि अपने काम के प्रति पूरी निष्ठा के साथ समर्पित लोगों में से विकास को गति देने की असली ताकत बने लोगों को ही सम्मानित किया गया है, ये दोनों उस सकल घरेलू उत्पाद के लिए बहुत महत्व वाले हैं, जो हमारी सबसे बड़ी चिंता रहती है।
श्रम और रोज़गार राज्यमंत्री संतोष कुमार गंगवार ने इस अवसर पर सम्मान प्राप्तकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि सरकार श्रमिकों के कल्याण और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि श्रम और रोज़गार मंत्रालय की ओर से की गई पहल से देश की पचास फीसदी आबादी प्रत्यक्ष रूपसे और करीब पूरी आबादी अप्रत्यक्ष रूपसे लाभांवित हुई है। उन्होंने मंत्रालय के श्रम सुधारों का जिक्र करते हुए इस संदर्भ में सभी श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा कवर दिए जाने के लिए कोड ऑन सोशल सिक्युरिटी का विशेष रूपसे उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि मंत्रालय की नीतियां न्यूनतम शासन और अधिक प्रशासन के मूल सिद्धांत से निर्देशित हैं। उन्होंने कहा कि आप लोगों ने न केवल अपना काम पूरी मेहनत से किया है, बल्कि अपने सहयोगियों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित किया है।
संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि देश का आर्थिक विकास श्रमिकों के विभिन्न क्षेत्रों में किए गए कार्यों पर निर्भर है, यह श्रम ही देश को मजबूत बनाता है और एक शक्तिशाली राष्ट्र का निर्माण करता है। श्रम सम्मान प्राप्तकर्ताओं में से 232 सम्मान सार्वजनिक क्षेत्र में काम करने वाले और 106 सम्मान निजी क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों को दिए गए हैं, इनमें से कुछ सम्मान श्रमिक समूहों ने संयुक्त रूपसे प्राप्त किए, कुल 338 सम्मान प्राप्तकर्ताओं में 20 महिलाएं हैं और दो श्रमिकों को यह सम्मान मरणोपरांत दिया गया है। सम्मान कार्यक्रम में श्रम एवं रोज़गार सचिव एम सत्यवथी, अपर सचिव हीरालाल समरिया और आर्थिक सलाहकार देवेंद्र सिंह भी उपस्थित थे।