स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 9 March 2018 04:18:29 PM
नई दिल्ली। भारत अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र और निर्वाचन प्रबंधन संस्थान, विदेश मंत्रालय के भारत तकनीकी और आर्थिक सहयोग कार्यक्रम के तहत 12 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम ‘निर्वाचन प्रबंधन हेतु क्षमता संवर्द्धन’ का आयोजन कर रहा है, जो 16 मार्च 2018 तक चलेगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम में 21 आईटीईसी देशों के 29 वरिष्ठ अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन उपचुनाव आयुक्त सुदीप जैन ने किया। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधि अपने देशों की सबसे अच्छी चुनाव प्रक्रियाओं पर चर्चा कर रहे हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इससे हमारे अनुभव में वृद्धि होगी और हमारी निर्वाचन प्रबंधन प्रणाली बेहतर होगी। आईआईआईडीईएम के संबंध में सुदीप जैन ने कहा कि संस्थान ने अब तक 37 अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम किए हैं, जिनमें 85 देशों ने भाग लिया है। उन्होंने प्रतिनिधियों से इस अवसर का लाभ उठाने और कार्यक्रम समाप्ति के बाद भी आपसी बातचीत जारी रखने का आग्रह किया।
उपचुनाव आयुक्त सुदीप जैन ने कहा कि प्रत्येक भारतीय चुनाव का संचालन करने में नई चुनौतियां सामने आती हैं और इनसे नया अनुभव भी प्राप्त होता है, स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए हमें चुनाव प्रक्रिया को बेहतर बनाने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि हाल में ही हुए तीन राज्यों के चुनावों में हमें कई नई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें हमने त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया दी। विदेश मंत्रालय के उपसचिव एसके डुडेजा ने कहा कि विदेश मंत्रालय के अंतर्गत विकास सहयोग प्रशासन का गठन जनवरी 2012में किया गया था, यह विदेश मंत्रालय की नोडेल एजेंसी है, जो क्षमता निर्माण कार्यक्रमों का आयोजन करती है, इसमें आईटीईसी भी शामिल है। उन्होंने बताया कि सामान्य तौरपर आईटीईसी कार्यक्रम की प्रकृति द्विपक्षीय है, लेकिन आईटीईसी संसाधनों का उपयोग क्षेत्रीय और अंतरक्षेत्रीय कार्यक्रमों के संदर्भ में भी किया जा रहा है।
आईआईआईडीईएम के वरिष्ठ सलाहकार डॉ भगवन प्रकाश ने कहा कि इस कार्यक्रम में निर्वाचन प्रबंधन प्रक्रिया के प्रत्येक आयाम पर प्रकाश डाला गया है, इसमें निर्वाचन आयोग की संरचना और कार्यप्रणाली, इसकी स्वतंत्रता व पारदर्शिता आदि तत्व शामिल हैं। डॉ भगवन प्रकाश ने प्रतिभागियों से कहा कि उन्हें अपने देशों के चुनाव संचालन प्रक्रियाओं की जानकारी साझा करनी चाहिए, ताकि वे केवल कार्यक्रम से ही नहीं, बल्कि एक-दूसरे से भी जानकारी प्राप्त कर सकें। आईआईआईडीईएम के निर्वाचन विशेषज्ञ डॉ नूर मोहम्मद ने कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में चुनाव प्रक्रिया पर आधारित एक मूलभूत पाठ्यक्रम शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव संचालन में क्षेत्रीय स्तर पर समस्याएं आती हैं, इसलिए चुनावकर्मियों का प्रशिक्षण अत्यधिक आवश्यक है, यह इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि निर्वाचन प्रबंधन के विभिन्न चरणों में प्रौद्योगिकी का उपयोग बढ़ता जा रहा है। डॉ नूर मोहम्मद ने प्रतिनिधियों को कार्यक्रम के दौरान चर्चा की जाने वाली विभिन्न विषयों की जानकारी दी। निर्वाचन आयोग के निदेशक (प्रशिक्षण) विवेक खरे ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में चुनाव प्रक्रिया के सभी आयामों को शामिल किया गया है। यह भारतीय संस्कृति की झलक भी प्रस्तुत करता है। उन्होंने यह कार्यक्रम आयोजित करने का अवसर प्रदान करने के लिए विदेश मंत्रालय को धन्यवाद दिया।