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Wednesday 27 February 2013 08:59:24 AM
लखनऊ। ‘हिफी’ के संस्थापक पत्रकार अरविंद मोहन स्वामी की स्मृति में सभागार का शुभारंभ उप्र/उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने ‘देश की वर्तमान दशा और दिशा’ विषय पर संगोष्ठी में विचार व्यक्त करने के साथ किया। इस अवसर पर नारायण दत्त तिवारी को प्रदेश और देश में उनके योगदान के लिए सम्मान पत्र के साथ सम्मानित किया गया। लखनऊ के गवर्नर हाउस चौराहे के निकट ‘हिफी टावर’ में आधुनिक सुविधाओं से युक्त सभागार में नारायण दत्त तिवारी ने अरविंद मोहन स्वामी के पत्रकारिता में योगदान की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
परिचर्चा ‘देश की वर्तमान दशा और दिशा’ विषय पर नारायण दत्त तिवारी ने देश की दशा और दिशा को और व्यापकता प्रदान करते हुए कहा कि देश ही नहीं विश्व की दशा और दिशा पर विचार करना समय की मांग है। अपने मुख्यमंत्रित्व काल में देश और विदेश सहित स्वतंत्रता संग्राम से लेकर मौजूदा समय पर चर्चा करते हुए देश-दुनिया में और बेहतरी कैसे आए पर अपने विचार व्यक्त किए। नारायण दत्त तिवारी ने हिंसा, भुखमरी, महिला सशक्तिकरण आदि ज्वलंत विषयों पर अपने विचार व्यक्त करते हुए आर्थिक विकास पर जोर दिया।
परिचर्चा में पंडित अमरनाथ मिश्र ने मजहबी दृष्टिकोण को देश हित में बाधक बताया। जनमोर्चा के जनसेवी अरशद आज़मी ने देश की मुख्यधारा में मुस्लिम बंधुओं से चलने को कहा। व्यापारी नेता व समाजसेवी चंद्र कुमार छाबड़ा ने व्यापार से जुड़े गतिरोध के कारण और निवारण पर प्रकाश डालते हुए एकजुटता के साथ सौहार्दता पर जोर दिया। उद्घोषक ज्ञानेंद्र पांडेय ने आगंतुकों का स्वागत करते हुए धार्मिक संकीर्णता से हटकर स्वयं और स्वराष्ट्र के प्रति ईमानदार रह कर देश की दशा और दिशा सुधारने पर विचार व्यक्त किए। श्रीमौली मौदगिल्य स्वामी ने नारायण दत्त तिवारी को शाल ओढ़ाकर उन्हें सम्मानित कर कार्यक्रम का समापन किया।
उल्लेखनीय है कि देश में सर्वप्रथम हिंदुस्तान समाचार फीचर सेवा ने ही लघु और मध्यम समाचार पत्रों को विविध विषयों के समाचार, आलेख वह भी रेडी-टू-प्रिंट के रूप में उपलब्ध कराए, जिससे आज हिफी की सेवाओं से ग्रामीण जनता में जागरुकता बढ़ रही है। अरविंद मोहन स्वामी विज्ञापन मिश्रित आलेख लेखन के जनक के रूप में भी जाने गए हैं।
हिफी की प्रबंध निदेशक मनीषा स्वामी कपूर ने पत्रकारिता सहित समाज सेवा से जुडे़ जन सेवकों और कारोबारियों, बुद्धिजीवियों को गोष्ठी, चर्चा-परिचर्चा एवं प्रशिक्षण आदि के लिये यह सभागार स्थल प्रदान किया है। इस अवसर पर पंडिम अमरनाथ मिश्रा, चंद्र कुमार छाबड़ा, अशरफ आजमी और ऋषि कपूर को भी सम्मान-पत्र देकर सम्मानित किया गया।