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Thursday 15 March 2018 12:51:02 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में जानकारी दी है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय में एक नवाचार प्रकोष्ठ बनाया जाएगा, जिसके प्रमुख वैज्ञानिक होंगे और इसमें मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के साथ-साथ ऐसे युवा प्रोफेशनल शामिल होंगे, जो नवाचार को बढ़ावा देने के लिए नए विचारों को प्रस्तुत करते हैं। उन्होंने कहा कि यह निर्णय 127 देशों की सूची वाले वैश्विक नवाचार सूचकांक रैंकिंग में भारत के वर्ष 2016 के 60वें पायदान से 6 पायदान ऊपर चढ़कर वर्ष 2017 में 66वें पायदान पर पहुंच जाने के बाद लिया गया है। उन्होंने कहा कि भारत की रैंकिंग में लगातार दूसरे वर्ष सुधार देखा गया है और यह सुधार अन्य मंत्रालयों के साथ समन्वय में मानव संसाधन विकास मंत्रालय के स्मार्ट इंडिया हैकथॉन का शुभारंभ करने के समय ही हुआ था।
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि वैश्विक नवाचार सूचकांक 2017 के तहत भारत ने नवाचार संबंधी इनपुट और नवाचार दक्षता के मामले में अपनी स्थिति में सुधार किया है और देश के लिए सबसे अच्छी बातों में बड़ी संख्या में विज्ञान एवं इंजीनियरिंग स्नातकों का होना, भारत में वैश्विक आरएंडडी कंपनियों के निवेश में वृद्धि, बेहतर क्यूएस विश्वविद्यालय रैंकिंग एवं काफी ज्यादा उद्धृत किए जाने वाले अनुसंधान प्रकाशन में उच्च रैंक, आईटी सेवा विशेषज्ञों में वैश्विकस्तर पर अगुवाई करना और रचनात्मक वस्तुओं के निर्यात में अग्रणी होना शामिल है। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि वैश्विक नवाचार सूचकांक 2017 में भारत की रैंकिंग में काफी सुधार हुआ है, चूंकि वैश्विक नवाचार सूचकांक का एक बड़ा हिस्सा शिक्षा से संबंधित है, इसलिए मंत्रालय में नवाचार प्रकोष्ठ की स्थापना से नवाचार एवं शोध प्रयासों पर और भी अधिक ध्यान देना संभव होगा।
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि सरकार अपने एक विशेष उपाय के रूपमें आर्थिक विकास और जीवनस्तर को बेहतर करने के लिए नवाचार पर जो नए सिरे से जोर दे रही है, उसके सकारात्मक नतीजे अब दिखने लगे हैं। उन्होंने बताया कि विभिन्न प्रमुख संस्थानों में छह नए अनुसंधान पार्क मंजूर किए गए हैं, देशभर में सभी संस्थानों को कवर करने वाले 120 से भी अधिक टेक्नोलॉजी बिजनेस इन्क्यूबेटर हैं। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि देश के शीर्ष केंद्रीय तकनीकी संस्थानों में नवाचार एवं अनुसंधान संबंधी बुनियादी ढांचे को तेजी से स्थापित करने के लिए उच्चशिक्षा वित्तपोषण एजेंसी के जरिए अधिक धन आवंटित करने पर सरकार का विशेष ध्यान होने और इन संस्थानों के 1000 शीर्ष छात्रों को प्रधानमंत्री अनुसंधान फेलोशिप देने से भारत के नवाचार एवं अनुसंधान प्रयासों को आगे बढ़ाने और प्रतिभा पलायन को रोकने में मदद मिलेगी।
मानव संसाधन विकास मंत्री ने बताया कि टिंकरिंग लैब्स सभी उच्च शैक्षणिक संस्थानों में शुरू की गई हैं और नीति आयोग के अटल नवाचार मिशन के अंतर्गत टिंकरिंग लैब्स को स्कूल स्तर पर स्वीकृत किया जाता है। उन्होंने बताया कि स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2018 में भागीदारी में व्यापक वृद्धि देखी गई है, इस दौरान एक लाख से भी अधिक छात्रों ने पेश की गई विभिन्न समस्याओं के लिए नवाचार जानकारियां या इनपुट प्रस्तुत किए, चालू वर्ष में हार्डवेयर हैकथॉन को भी जोड़ा गया है, जिससे नए उत्पादों के सृजन का मार्ग प्रशस्त हुआ, हार्डवेयर हैकथॉन प्रतियोगिता में 20,000 से भी अधिक छात्रों ने भाग लिया, जिसकी आईआईटी खड़गपुर ने अगुवाई की।