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Monday 19 March 2018 11:08:25 AM
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने भाजपा के केंद्रीय मुख्यालय में एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया और कहा कि कांग्रेस के 84वें अधिवेशन में राहुल गांधी का भाषण आज तक का सबसे दुर्भाग्यपूर्ण भाषण था। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का भाषण एक पराजित और जनता द्वारा सिरे से खारिज किए गए नेता की एक बयानबाजी है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने कांग्रेस के अधिवेशन के माध्यम से ज्यूडिशियरी, मीडिया और हिंदू धर्म का अपमान किया है। निर्मला सीतारमण ने कहा कि झूंठ बोलना, झूंठ बेचना और झूंठ की ही खेती करना कांग्रेस का फैशन हो गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अधिवेशन में राहुल गांधी के भाषण के साथ पारित राजनीतिक प्रस्ताव, कृषि, रोज़गार और ग़रीबी उन्मूलन पर प्रस्ताव, आर्थिक प्रस्ताव और विदेश नीति पर पारित प्रस्ताव झूंठ और अज्ञानता का पुलिंदा है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के भाषण से स्पष्ट हो जाता है कि राहुल कितना सच बोलते हैं। निर्मला सीतारमण ने कहा कि कांग्रेस के 84वें आत्ममंथन का निचोड़ राहुल गांधी के भाषण के अंतिम क्षण से पता चल जाता है, जब राहुल कहते हैं कि बीजेपी एक के बाद एक चुनाव हार रही है और कांग्रेस जीत रही है। उन्होंने कहा कि इससे बड़ा मजाक हो नहीं सकता और देश समझ सकता है कि किस स्तर का महामंथन कांग्रेस के अधिवेशन में चल रहा था।
कांग्रेस अधिवेशन में राहुल गांधी के भाषण को आड़े हाथों लेते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि कांग्रेस देश पर इमरजेंसी थोपे, सिखों का नरसंहार कराए, देश के टुकड़े करने वालों के समर्थन में खड़े होकर भाषण दे, आतंकवादियों की मौत पर आंसू बहाए, भगवान श्रीराम के अस्तित्व को नकारे, 12 लाख करोड़ के घपले-घोटाले करे, कश्मीर जलाए, मीडिया को डरा-धमका कर रखे और खुद को पांडव बताए-राहुल गांधी जी इतना घिनौना झूंठ कम-से-कम जनता से तो न बोलिए! सीतारमण ने कहा कि जनता में नकारे जाने पर राहुल गांधी मानसिक दिवालियेपन के शिकार हो गए हैं, वैचारिक दिवालियेपन के शिकार तो वे पहले ही हो गए थे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से ही प्रश्न किया कि क्या यह सच नहीं है कि आप और आपकी माताजी खुद नेशनल हेराल्ड घोटाले में जमानत पर चल रहे हैं? उन्होंने कहा कि राहुल गांधी भले अपनी जमानत बचा गए, लेकिन वह बाकी चुनावों में कांग्रेस की जमानत नहीं बचा पा रहे हैं।
राहुल गांधी के हिंदू धर्म का उपहास उड़ाने पर कड़ी प्रतिक्रया व्यक्त करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि क्या राहुल गांधी को हर वक्त अपमान करने के लिए हिंदू धर्म ही मिलता है? क्या पूजा पद्धति का परिहास उड़ा कर राहुल गांधी हिंदू धर्म का अपमान नहीं कर रहे हैं? क्या यही संस्कार हैं राहुल गांधी के? उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस ने हमेशा ही हिंदू धर्म, आस्था और मान्यताओं का मज़ाक ही उड़ाया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी राहुल गांधी के हिंदू धर्म का अपमान किये जाने की निंदा करती है और राहुल गांधी एवं कांग्रेस से अविलम्ब माफी की मांग करती है। उन्होंने कहा कि उनके भाषण से पता चल गया कि हिंदू धर्म के प्रति राहुल गांधी के मन में कितनी श्रद्धा है। राहुल गांधी के महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकार का अपमान किये जाने पर राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए सीतारमण ने कहा कि कांग्रेस देश के स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने का कोई भी मौक़ा नहीं छोड़ती है। उन्होंने कहा कि देश वीर सावरकर के भारत की एकता और अखंडता के लिए उनके अमूल्य योगदान पर उनको नमन करता है, लेकिन राहुल गांधी उनका अपमान करते हैं, यही कांग्रेस पार्टी की नीति और उसके संस्कार हैं।
कांग्रेस गठबंधन की यूपीए सरकार के भ्रष्टाचार के काले कारनामों पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अंतरिक्ष से लेकर पाताल तक कांग्रेस ने यूपीए सरकार के 10 वर्ष में 12 लाख करोड़ रुपये के घोटाले किए। उन्होंने कहा कि जीप घोटाले से लेकर 80:20 के घोटाले तक की कांग्रेस के घोटालों की गाथा लिखी जाए तो स्याही कम पड़ जाएगी। उन्होंने कहा कि घोटाला कांग्रेस की आइडेंटिटी है, झूंठ फैलाना ही कांग्रेस की नीति है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने पिछले चार साल में देश को भ्रष्टाचारमुक्त, निर्णायक एवं पारदर्शी सरकार देने का काम किया है। कांग्रेस के आर्थिक प्रस्ताव में भारत की आर्थिक वृद्धि में तेज गिरावट की बात कहे जाने पर निर्मला सीतारमण ने कहा कि मोदी सरकार में भारत लगातार विश्व की सबसे तेज़गति से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है, लेकिन कांग्रेस को यह दिखाई नहीं दे रहा। उन्होंने कहा कि आज भी देश की अर्थव्यवस्था 7% से ऊपर है और विश्व की सबसे तेजगति से ग्रोथ करने वाली इकॉनमी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को याद होना चाहिए कि 2014 में उसकी सरकार के जाते वक्त देश की आर्थिक विकास दर महज 4-4.5% थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में अर्थव्यवस्था के सारे पैरामीटर नीचे की ओर जा रहे थे, जबकि आज भारत दुनिया का सबसे प्रमुख इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन है, ईज ऑफ़ डूइंग बिजनेस में भारत का स्थान काफी सुधरा है, प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है और विदेशी मुद्रा का भंडार अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा है।
जीएसटी पर आरोपों पर पलटवार करते हुए सीतारमण ने कहा कि जीएसटी पर वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट को लेकर राहुल गांधी मोदी सरकार पर आरोप लगाते हैं कि भारत में जीएसटी की दर काफी अधिक हैं, जबकि वर्ल्ड बैंक की उसी रिपोर्ट में भारत की जीएसटी को ऐतिहासिक बताया गया है और इसकी सराहना की गई है। उन्होंने कहा कि जीएसटी दरों को जीएसटी काउंसिल तय करती है, जिसमें कांग्रेस शासित राज्यों के भी वित्तमंत्री होते हैं और आज तक सभी फैसले आपसी सहमति से लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि कम से कम राहुल गांधी को अपना होमवर्क तो ठीक ढंग से करना चाहिए। सीतारमण ने कांग्रेस द्वारा कृषि ऋण माफी का वादा करने पर निशाना साधते हुए कहा कि 2008-09 में कांग्रेस ने वोटबैंक की राजनीति के लिए किसानों की ऋण माफी का ड्रामा किया, जबकि मीडिया में इसमें हुए घोटाले की कहानियां छप रही थीं। उन्होंने कहा कि कई रिपोर्ट्स में इस बात का जिक्र किया गया कि किस तरह जरूरतमंद किसानों को इस ऋण माफी का फायदा नहीं मिल पाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यूपीए सरकार के समय न तो कृषि उपज में वृद्धि हुई और न ही कृषि से जुड़े बाज़ार में इज़ा़फा हुआ। उन्होंने कहा कि पूरा देश जानता है कि पिछले वर्ष सबसे ज्यादा कर्नाटक में किसानों ने आत्महत्या की, आखिर कांग्रेस अध्यक्ष इस पर क्यों कुछ नहीं बोले?