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Monday 19 March 2018 06:05:13 PM
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने आज राष्ट्रपति भवन में नवाचार तथा उद्यमशीलता यानी फाइन के उत्सव का उद्घाटन किया और गांधीवादी युवा प्रौद्योगिकी नवाचार पुरस्कार प्रदान किए। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहा कि अपेक्षाकृत नए और बेहतर भारत के निर्माण के लिए कुछ विकासात्मक उद्देश्यों को पूरा करना है, जिनमें से कुछको तो 2022 के पहले ही, जब हम अपनी स्वतंत्रता की 75वीं यादगार वर्षगांठ मनाएंगे, पूरा करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इसका केंद्र एक मिश्रित तथा प्रसन्न समाज की स्थापना करना है, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति को अपनी सामर्थ्य का एहसास करने का अवसर प्राप्त हो।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने कहा कि नवाचार समाज भारत का लक्ष्य है, जो एक नवाचार संस्कृति तक पहुंचने का मुख्य स्रोत होगा, जिसके लिए हर नवाचार मूल्य कड़ी के प्रत्येक संपर्क को पुर्नजीवित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे विद्यालयों की जरूरत है, जिसमें बच्चे याद करने या रट्टा लगाने की बजाय संवारना सीखें, हमें ऐसी संस्कृति चाहिए, जिसमें नीचे देखने के और नकारात्मक उत्तर देने के बजाय युवा प्रतिभा अवलोकन और प्रश्न करे, नि:संदेह हमें आवश्यकता है कि सरकार एक सुविधाजनक वातावरण मुहैया करवाए। राष्ट्रपति ने कहा कि नवाचार अपने आपमें पर्याप्त नहीं है, हमें नवाचारों को उद्यमों में परिवर्तित करने की पारिस्थितिकी का निर्माण भी करना चाहिए, इसके लिए स्टार्टअप और युवा नवाचारों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है।
रामनाथ कोविद ने कहा कि फाइन की अवधारणा कल्पनारूपी पक्षी के दोनों पंखों को जोड़ती है, हमें नवाचारों को उद्यमों में परिवर्तित करने के लिए सभी सम्पर्कों को वित्त, निगरानी और नीति संबंधी सहायता प्रदान कर जोड़ने की जरूरत है। फाइन का आयोजन नवाचारों की पहचान, सम्मान, प्रदर्शन, पुरस्कृत करने तथा नवाचारों के लिए एक सहायक पारिस्थितिकी पोषित करने के लिए राष्ट्रपति भवन में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विज्ञान विभाग भारत सरकार के राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान के सौजन्य से 19-23 मार्च 2018 तक एक पहल है। फाइन की ही अंगभूत नवाचारों की एक प्रदर्शनी होगी, जोकि 20-23 मार्च 2018 तक दोपहर 12 बजे से सायं 5 बजे तक जनता के अवलोकनार्थ खुली रहेगी, जिसमें आगंतुक राष्ट्रपति भवन के गेट नंबर 35 नॉर्थ एवेन्यु के निकट से प्रवेश कर सकेंगे।