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Wednesday 21 March 2018 02:14:57 PM
नई दिल्ली। उत्तरी कश्मीर के पांच जिलों के स्कूल और कॉलेज के 50 छात्रों के एक समूह ने उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय और पीएमओ राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह से मुलाकात की। छात्रों के साथ बातचीत करते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा है कि कश्मीर में युवाओं के लिए उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सक्षम वातावरण बनाना सरकार के लिए एक चुनौती है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के युवाओं के बीच प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, इन कुछ वर्ष में भारतीय प्रशासनिक सेवाओं और आईआईटी जैसे प्रीमियम संस्थानों में कश्मीर ने कई टॉपर्स के उदाहरण दिए।
राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने छात्रों को सलाह दी कि वे अपने सपनों को साकार करने के लिए अवसरों और सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए अधिकारियों के समक्ष अपने अधिकारों की मांग करें। उन्होंने कहा कि करीब 25 वर्ष से अधिक आतंकवाद ने जम्मू और कश्मीर की प्रगति में बाधा डाली है। उन्होंने कहा कि तीसरी पीढ़ी के युवाओं को राज्य में ऐसे वातावरण बनाने की एक अतिरिक्त जिम्मेदारी है, जहां सभी युवाओं की प्रगति हो सके। उन्होंने कहा कि किसी भी विकसित राज्य के समकक्ष होने के लिए जम्मू-कश्मीर में भरपूर प्राकृतिक संसाधन और प्रतिभा है।
उत्तर कश्मीर क्षेत्र के बारामुल्लाह, कुपवाड़ा, हंडवाड़ा, सोपोर और बांदीपुरा जिलों के छात्रों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के मिनी भारत दर्शन कार्यक्रम में भाग लिया था, जिसके अंतर्गत उनका चयन शिक्षा और अतिरिक्त गतिविधियों में उत्कृष्टता प्रदर्शन के आधार पर उनके शैक्षणिक संस्थानों ने किया था। यह छात्र समूह देश की विशाल और विविध संस्कृति से परिचित होने के लिए विभिन्न राज्यों का दौरा भी करेगा।